श्रीनगर : पेशावर में जैश का आतंकी सरगना मौलाना मसूद अजहर खुलेआम रैलिया कर रहा है. इस रैली के लिए बाकायदा पाकिस्तानी सेना और पुलिस उसे सुरक्षा भी मुहैया करा रही हैं. अपनी रैलियों में मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तान के खिलाफ लगातार आग उगल रहा है और कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ाने के लिए लोगों को भड़का रहा है. 


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कश्मीर नहीं दिल्ली को निशाना बनना चाहता है जैश
5 फरवरी को पेशावर में जैश की रैली में खराब तबियत से परेशान मौलाना मसूद अजहर बहुत दिनों बात किसी रैली को संबोधित किया और भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए लोगों से अपील की. अपनी इस रैली में उसने जैश के उतार और फिर चढ़ाव वाले काल को भी बताया. साथ ही उसने ये साफ किया कि सिर्फ कश्मीर ही नहीं उसका मंसूबा दिल्ली में आतंकी हमला करना भी है. 


पुलवामा हमले के लिए किया था ऐलान
रैली को संबोधित करते हुए मौलाना मसूद अजहर ने कहा, "अभी तो हमारे बयानों को कोई मीडिया नहीं दिखा रहा है. अभी हिंदुस्तान के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है, लेकिन कल हिंदुस्तान का सारा मीडिया उठा कर पढ़ लेना, पूरे हिंदुस्तान के मीडिया पर प्राइम टाइम में अगर सबसे पहली खबर लगेगी तो वो जैश ए मोहम्मद की होगी.


पता हो कि जैश ने पहले सीआरपीएफ पर हमले का प्लान 6 फरवरी था जो कि भारी बर्फबारी की वजह से कॉन्वाय कैंसल हो गया था. जैश सरगना आगे कहता है, "हिंदुस्तान की मीडिया किसी खबर पर चीखता रहेगा. मौलाना मसूद अजहर ने ऐलान कर दिया हम कश्मीर वालों के साथ हैं". 10 फरवरी को हुए श्रीनगर में ग्रेनेड हमले के बारे में मसूद अजहर ने अपनी पेशावर वाली रैली में बता दिया था. मौलाना ने कहा, "जैश वालो ने श्रीनगर से कुपवाड़ा तक ग्रेनेड मारकर ऐलान किया हम कश्मीरियों के साथ हैं. कहीं हिंदुस्तानों वालों पर गोलियां बरसा कर ऐलान किया हम कश्मीर वालों के साथ हैं. कल उनकी लाशों को तड़पा कर ऐलान किया जाएगा कि हम कश्मीर वालों के साथ हैं."


हुर्रियत भी कर रहा है जैश को सपोर्ट
अपनी रैली में मौलाना मसूद अजहर ने कहा, 'जब तक कश्मीर वालों का हुर्रियत का नारा है तब तक कश्मीर से हमारा नाता है. जब तक कश्मीर नुसरत के लिए पुकारती रहेगी तब तक कश्मीर से हमारा नाता है." पेशावर में हुए इस जैश की रैली में पुलिस और सेना के कई जवान शामिल थे और सिर्फ शामिल नहीं थे बल्कि वो जैश के आतंकियों के इस जमावड़े को सुरक्षा भी दे रहे थे. 


पुलिस सायरन की आवाज
जैश को पुलिस और सेना को मिल रहे सपोर्ट और सत्ता से मिले अभयदान को मौलाना मसूद अजहर बड़े फख्र से कहता है. बकौल मसूद अजहर, देखों ये जैश का झंडा, ये जैश का रुमाल, पाकिस्तान में वो वक्त भी गुजरा है. हमारे इन वर्दी वाले भाइयों को कह दिया गया है, जहां ये झंडा नजर आए झपट पड़ो. आज मैं ये देख कर रो पड़ा. आज हमारे ये वर्दी वाले भाई हमारी इस रैली में हमारे साथ-साथ चल रहे थे. जिन्हें पहले जेलों में डाला गया. क्या आज वो मेजों पर बैठकर दुनिया से आंख नहीं मिला रहे हैं. 


पूरे पाकिस्तान में हैं जैश सक्रिय
आतंक के खात्मे को लेकर जिस तरह पाकिस्तान दावा करता है कि उसने अपनी जमीन से आतंक को खत्म कर दिया, उसके इस दावे को मौलाना मसूद अजहर ने उसी की सरजमीन से तार तार कर दिया है. मौलाना मसूद अजहर कहता है, "आज हम फिर फऱवरी के महीने में, जैश वाले झंडे लेकर निकले हैं. आज लाहौर में भी रैली होगी. इस्लामाबाद में भी रैली होगी. कराची में आज उसी बात को दोहराया जाएगा. पेशावर वालो अल्लाह के सामने हाथ करके खड़े रहो"


भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के सहमे जैश के सरगना ने कहा, "हम मुजफ्फराबाद वाला आग अभी तक भूले नहीं है, पहले हमने अफजल गुरू की कब्र तक जाने का फैसला किया था, अब हमने अपना तल्हा शहीद भी दफ्न कर दिया. अब तो हमने अपना उस्मान भी कश्मीर की जमीन को दे दिया. अब तो आरिफ हुसैन शहीद भी वहां पर मुकीम है." इस बयान से ये तो साफ होता है कि पुलवामा का अटैक सिर्फ इनका बदला लेने के लिए किया गया है. गौरतलब के कि ताल्हा और उस्मान को भारतीय सेना के पिछले साल अक्टूबर में एक एंकाउंटर में ढेर कर दिया था. 


पुलवामा में गढ़ बना चुका है जैश
मौला मसूद अजहर कहता है कि लोगों ने कहा कि पाकिस्तान में जैश खत्म हो गया है. लोग कहते थे कि जैश खत्म हो गया है लेकिन सीमा के दोनों तरफ जैश सक्रिय है. बकौल जैश सरगना, "अभी कश्मीर में पुलवामा में हर घर में जैश के झंडे हैं. उसने कहा गूगल कर लो अमीर-ए-जैश की तस्वीरें नजर आएंगी.