Pakistan Economy: पाकिस्तान की हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है. कंगाली के कारण पड़ोसी देश का बुरा हाल है. महंगाई के चलते जनता में बढ़ते आक्रोश के बीच पाकिस्तान ने एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के सामने हाथ फैलाया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रबंध निदेशक से बीते तीन-चार दिन में कई बार बात की है.


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6.5 बिलियन डॉलर के ऋण कार्यक्रम की निर्धारित समाप्ति के लिए कुछ ही दिन शेष रहने पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के साथ फोन पर बात की. उम्मीद जताई कि वैश्विक ऋणदाता इससे संबंधित निर्णय की घोषणा करेगा. शरीफ ने उम्मीद जताई कि एक या दो दिन के भीतर बेलआउट फंड जारी कर दिया जाएगा.


आईएमएफ द्वारा 2019 विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) के तहत 1.2 अरब डॉलर की किश्त जारी करने की नौवीं समीक्षा 30 जून को समाप्त हो जाएगी. नकदी संकट से जूझ रहे देश को पिछले साल अक्टूबर में राशि मिलने की उम्मीद थी, हालांकि ऐसा नहीं हो पाया. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार आईएमएफ ने कहा कि पाकिस्तान महत्वपूर्ण शर्तों को पूरा करने में असमर्थ है.


पिछले हफ्ते, शरीफ ने पेरिस में जॉर्जीवा के साथ बैक-टू-बैक बैठकें कीं. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार शरीफ और जॉर्जीवा ने आज आईएमएफ कार्यक्रम पर चर्चा की. इसमें कहा गया है कि पेरिस में हुई बैठकों के संबंध में, आईएमएफ महानिदेशक ने कार्यक्रम को पूरा करने के लिए वित्त मंत्री और उनकी टीम के प्रयासों को स्वीकार किया.


(एजेंसी इनपुट के साथ)