Pakistan Blasphamy Case: पाकिस्तान (Pakistan) में एक अल्पसंख्यक हिंदू (Hidnu) को झूठे ईशनिंदा केस (Blasphamy Case) में फंसाने और बाद में उसको मारने के लिए भारी भीड़ जमा होने का मामला सामने आया है. हिंदू समुदाय का ये शख्स साफ-सफाई का काम करता है. उसका नाम अशोक कुमार (Ashok Kumar) है. जैसे ही पाकिस्तान के सिंध (Sindh) प्रांत के हैदराबाद (Hyderabad) में मुस्लिमों की धार्मिक किताब के अपमान की अफवाह फैली तो बड़ी संख्या में लोग अशोक कुमार के घर के आसपास जमा हो गए और उसे जान से मारने के नारे लगाने लगे. भारी विरोध के बीच कुछ लोगों ने अपार्टमेंट में घुसने की कोशिश भी की. हालांकि उनको सफलता नहीं मिली. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. ये वीडियो दिल दहला देने वाला है.


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वीडियो में दिखा दिल दहलाने वाला मंजर


वायरल वीडियो में दिख रहा है कि लोग अपार्टमेंट की बालकनी से अल्पसंख्यक के घर में घुसने की कोशिश कर रहे हैं. गनीमत रही कि ग्रिल लगी होने की वजह से दंगाई घर में घुसने में कामयाब नहीं हो पाए. भीड़ इस बात पर भड़की थी कि उनके धर्म की पवित्र किताब का अपमान किया गया. हालांकि बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह भीड़ से अशोक कुमार को बचाया. फिर पुलिस अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया.



अल्पसंख्यक के खिलाफ दर्ज हुआ ईशिनिंदा का केस


जान लें कि बिलाल अब्बासी नामक एक दुकानदार ने अशोक कुमार के खिलाफ ईशनिंदा का केस दर्ज करवाया है. हैदराबाद पुलिस ने अशोक कुमार के खिलाफ Blasphemy की 295B धारा के तहत केस दर्ज किया है. उससे पूछताछ की जा रही है.


पाकिस्तान में है ईशनिंदा का कड़ा कानून


गौरतलब है कि पाकिस्तान में ईशनिंदा का कड़ा कानून है. ईशनिंदा के चक्कर में यहां की लोगों की लिंचिंग हो चुकी है. अगर उपद्रवी अशोक कुमार के घर में घुस जाते तो उसकी भी लिंचिंग हो सकती थी. इससे पहले पाकिस्तान में एक फैक्ट्री में घुसकर लोगों ने श्रीलंका के एक नागरिक की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. उसपर भी ईशनिंदा का आरोप था. हालांकि बाद में तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस घटना की निंदा की थी.


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