BSF Showed Humanity Again: बेशक भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते 2 साल से ज्यादा समय से खराब हैं और बॉर्डर पर दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल बना रहता है. कई बार पाकिस्तान सैनिकों की तरफ से सीजफायर का उल्लंघन करने की खबरें भी आती हैं, लेकिन इन सब टकराहट के बीच भारत के सैनिकों में इंसानियत जिंदा है. इस इंसानियत का उदाहरण शुक्रवार रात को पंजाब में लगे पाकिस्तानी बॉर्डर पर देखने को मिला. यहां अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर अनजाने में पहुंचे तीन वर्षीय पाकिस्तानी बच्चे को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने उसके परिवार को सौंप दिया. अधिकारियों ने शनिवार को इस मामले की जानकारी दी.


जवानों को देखकर रोने लगा बच्चा


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रिपोर्ट के मुताबिक, घटना शुक्रवार शाम करीब 7 बजे राज्य के फिरोजपुर सेक्टर की है, जब सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने एक बच्चे को आईबी बाड़ के पास रोते हुए देखा. जवान फौरन उस बच्चे के पास पहुंचे. जवानों का कहना है कि, बच्चा काफी देर तक रोता रहा और अपने पिता को पुकारा, जिसके बाद बीएसएफ के फील्ड कमांडर ने पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ तत्काल फ्लैग मीटिंग करने की मांग की ताकि उसे वापस उसके परिवार तक पहुंचाया जा सके. 


BSF ने बुलाई पाकिस्तानी रेंजर्स संग बैठक


बीएसएफ के फील्ड कमांडर की मांग के बाद पाकिस्तानी रेंजर्स फ्लैग मीटिंग के लिए तैयार हुए और दोनों के बीच मीटिंग हुई. मीटिंग में इस बच्चे के बार में चर्चा की गई और पाकिस्तानी रेंजर्स ने उस बच्चे के पिता को ढूंढकर मीटिंग में बुलाया. इसके बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उस बच्चे को उसके पिता की मौजूदगी में रेंजर्स को सौंप दिया.


पिता से मिलकर खुश हुआ बच्चा


बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि बच्चा कुछ भी बताने में असमर्थ था. वह बार-बार रो रहा था. ऐसे में हमने फौरन पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ बैठक करने का फैसला किया था. बैठक के बाद जब बच्चा परिवार को सौंप दिया गया तो वह काफी खुश हुआ. बच्चे के पिता ने भी बीएसएफ का धन्यवाद अदा किया. बता दें कि बीएसएफ अनजाने में सीमा पार करके आने वालों से निपटने के दौरान हमेशा मानवीय दृष्टिकोण अपनाती है.


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