Pakistan News: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक पत्रकार को ईशनिंदा कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है. पत्रकार पर भगवान श्री हनुमान पर एक विवादित पोस्ट करने का आरोप है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक मीरपुरखास शहर के सेटेलाइट थाने में इस संबंध में एक केस दर्ज किया गया है.


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यह मामला काफी दुर्लभ है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि पाकिस्तान का ईशनिंदा कानून अल्पसंख्यकों के दमन का एक हथियार है. रिपोर्ट के मुताबिक आमतौर पर ईशनिंदा के मुकदमे अल्पसंख्यक धर्मों के लोगों के खिलाफ दर्ज होते रहे हैं. हालांकि कुछ मामलों में बहुसंख्यक मुसलमान समुदाय के लोगों पर भी ईशनिंदा के मामले दर्ज हुए हैं.


क्या है पूरा मामला?
मीरपुरखास की लुहाना पंचायत के उपाध्यक्ष रमेश कुमार का दावा है कि 19 मार्च को वो अपने दोस्तों के साथ थे तभी उन्होंने देखा कि असलम बलोच नाम के एक स्थानीय पत्रकार ने भगवान श्री हनुमान की एक तस्वीर अपने फेसबुक पन्ने और व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर की है. बलोच ने फोटो के साथ एक विवादित टिप्पणी भी लिखी थी.  रमेश ने इसे लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.


हिंदू समुदाय ही नहीं मुस्लिमों ने जाहिर की चिंता
इस सोशल मीडिया पोस्ट का विरोध न सिर्फ हिंदु समुदाय ने किया बल्कि सिंध के मुस्लिम समुदाय ने भी इसे लेकर चिंताएं व्यक्त की.


प्रांतीय मंत्री का बयान
इस मामले में कार्रवाई को लेकर अल्पसंख्यक मामलों के प्रांतीय मंत्री ज्ञानचंद इसरानी ने सिंध के इंसपेक्टर जनरल से संपर्क किया और एसएसपी मीरपुरखास से भी बात की. इसरानी ने कहा कि किसी को भी किसी के धर्म का अपमान करने की इजाजत नहीं दी जाएगी और ऐसी  हरकतों को सहन नहीं किया जाएगा.


आरोपी पत्रकार ने मांगी माफी
वहीं आरोपी पत्रकार का एक वीडियो सामने आया है जिसमें उसने हिंदू समुदाय से माफी मांगी है. आरोपी का दावा किया है कि उन्होंने खुद वो पोस्ट नहीं की थी, वो किसी ने उनके साथ शेयर की थी जिसे उन्होंने आगे शेयर कर दिया. बलोच ने कहा कि वह हिंदू धर्म का सम्मान करते हैं और हमेशा उनके कार्यक्रमों में भी भाग लेते हैं.


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