Pakistan Economic Crisis: पाकिस्‍तान के आर्थिक हालात दिनोंदिन खराब होते जा रहे हैं. अब कई ग्‍लोबल कंपनियों ने भी वहां से किनारा कर लिया है. पाकिस्‍तान के पैसों की इतनी किल्‍लत है कि उसका फॉरेन रिजर्व 3 अरब डॉलर के भी नीचे जा चुका है. ऐसे में विदेशी कर्ज को चुकाने के अलावा इंपोर्टेड चीजों का पेमेंट करने के लिए पैसा बचा नहीं है. शहबाज शरीफ सरकार को उम्‍मीद थी कि ऐसे बुरे वक्‍त में IMF उसे सपोर्ट करेगा, लेकिन अभी तक कुछ ऐसा नहीं हुआ है. पाकिस्‍तान में स्थिति ऐसी बन गई है कि वहां दवाओं का संकट गहराने लगा है क्‍योंकि फार्मा कंपनियों को कच्‍चा सामान नहीं मिल पा रहा है.  


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जिसकों करनी थे देश की रक्षा... उन्‍होंने क्‍या कहा? 


पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार न के बराबर रह गया है. पिछले हफ्ते ही फॉरेन रिजर्व 3 अरब डॉलर के नीचे चले गया था. शहबाद शरीफ सरकार दर दर की ठोकर खाली है लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिल पाई है. ऐसी स्थिति में पाकिस्‍तान दिवालिया होने की कगार पर पहुंच चुका है. वहां के रक्षा मंत्री ने खुद हाथ खड़े कर दिए हैं. उन्‍होंने खुद कबूल कर लिया है कि पाकिस्तान पहले ही दिवालिया हो चुका है और हम एक दिवालिया देश में रह रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने ऐसे हालत बनने के लिए राजनैतिक नेताओं के अलावा सेना और नौकरशाही को भी निशाना साधा. 


इन कंपनियों ने बंद कर दिया प्‍लांट 


देश में आर्थिक संकट ऐसा है कि वहां खाने पीने की चीजों की किल्‍लत है. इसका नुकसान वहां के लोग भी उठा रहे हैं. जब से पाकिस्‍तान ऐसे संकट मे फंसा है, तब से ही कई ग्‍लोबल कंपनियां ने पाकिस्‍तान से दूरी बना ली है क्‍योंकि वहां महंगाई की वजह से मांग कम हो चुकी है और इस वजह से बेरोजगारी का संकट भी बना हुआ है. ब्‍लूमबर्ग रिपोर्ट के मुताबिक, सुजुकी मोटर्स कॉरपोरेशन (Suzuki Motor Corp), अमरेली स्‍टील लिमिटेड (Amreli Steels Limited), उर्वरक, स्टील और कपड़ा बनाने की कंपनी भी किनारा कर चुकी है. 


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