Pakistan Crisis: क्या नोटबंदी के बाद कमजोर हुआ पाकिस्तानी रुपया, जानें पर्दे के पीछे की हकीकत
Pakistan Inflation: पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति इतनी नाजुक हो गई है कि वहीं पर लोगों को दो वक्त की रोटी खाने के लिए भी सोचना पड़ रहा है. इसको लेकर SBP के पूर्व गवर्नर ने बताया कि...
Pakistan Crisis: पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है. वहां महंगाई इतनी ज्यादा है कि लोगों को दो वक्त की रोटी खाने के लिए भी सोचना पड़ रहा है. पाकिस्तान में गंभीर आर्थिक संकट आया हुआ है. पाकिस्तान में विदेशी मुद्रा भंडार की भारी कमी है. वहीं डॉलर के मुकाबले पाकिस्तान के रुपये में लगातार गिरावट देखी जा रही है. पाकिस्तान में आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वहां पर एक डॉलर की कीमत 276.58 पाकिस्तानी रुपये के बराबर हो गई है.
पाकिस्तान की आर्थिक स्थित को लेकर आईएमएफ के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने 18 जनवरी का एक चार्ट सोशल मीडिया पर शेयर किया है. इस चार्ट के जरिये आप देख सकते हैं कि भारत में नोटबंदी (Demonetisation) के समय में पाकिस्तानी रुपया मजबूत स्थिति में था. हालांकि तब भी पाकिस्तानी रुपया भारतीय रुपये की तुलना में कमजोर ही था. वहीं नोटबंदी के बाद से भारतीय रुपया पाकिस्तानी रुपये के मुकाबले बेहद मजबूत स्थिति में पहुंच गया है.
कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम के पोस्ट पर एक यूजर पूछे जाने पर उन्होंने क्लियर किया कि मैंने सिर्फ एक एक इंटरेस्टिंग फैक्ट शेयर किया है. वहीं उन्होंने नोटबंदी को इसका कारण नहीं बताया है. सुब्रमण्यम ने ये भी कहा कि इसके कारणों को समझने के लिए गंभीरता से अध्ययन की जरूरत होगी. वहीं अभी एक भारतीय रुपये की कीमत पाकिस्तानी रुपये के मुकाबले 3.34 रुपये है.
निर्यात में कमी के कारण रुपये में गिरावट
पाकिस्तान के आर्थिक हालात को लेकर स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के पूर्व गवर्नर रेजा बाकिर ने बताया कि देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट और निर्यात में कमी के कारण पाकिस्तानी रुपये का मूल्य सीधे तौर पर प्रभावित हो रहा हैं.
वहीं स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के अनुसार बीती 3 फरवरी यानी शुक्रवार को अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में डॉलर का कारोबार 276.58 रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर हुआ. साथ ही 2 फरवरी को मेरिकी डॉलर 271.36 रुपये पर बंद हुआ था.