काम आया दबाव: Pakistan में तोड़ा गया Ganesh Temple मरम्मत के बाद हिंदुओं को सौंपा गया, अब तक 90 गिरफ्तार
पाकिस्तान में दंगाइयों द्वारा क्षतिग्रस्त किए गए हिंदू मंदिर की मरम्मत का काम पूरा हो गया है. स्थानीय सरकार ने बताया कि मंदिर पूजा-अर्चना के लिए पूरी तरह तैयार है. भारत ने मंदिर पर हमले की घटना का कड़ा विरोध किया था, जिसके बाद आखिरकार पाकिस्तान को झुकते हुए मंदिर की मरम्मत करानी पड़ी.
लाहौर: भारत (India) के दबाव के आगे झुकते हुए पाकिस्तान सरकार (Pakistan Government) ने आखिरकार क्षतिग्रस्त हिंदू मंदिर (Hindu Temple) की मरम्मत करा दी है. इमरान खान (Imran Khan) सरकार ने बताया कि पंजाब प्रांत में तोड़े गए मंदिर की मरम्मत करके उसे हिंदू समुदाय को सौंप दिया गया है. साथ ही हमले में शामिल 90 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि लाहौर से करीब 590 किमी दूर प्रांत के रहीम यार खान जिले के भोंग कस्बे में 4 अगस्त को एक गणेश मंदिर (Ganesh Temple) पर भीड़ ने हमला किया था, जिस पर नई दिल्ली ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी.
Imran Khan ने दिया था आश्वासन
पाकिस्तान (Pakistan) के कट्टरपंथियों ने एक हिंदू बच्चे पर ईशनिंदा का आरोप लगाया है. बच्चे को अदालत से जमानत मिलने के बाद भड़की भीड़ ने हथियारों के साथ हिन्दुओं पर हमला बोल दिया था. इस दौरान मंदिर में भी जमकर तोड़फोड़ की गई थी, भगवान की मूर्तियों को खंडित किया गया था. इस घटना पर भारत सरकार ने तीखा विरोध दर्ज कराया था, जिसके बाद पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने मंदिर की मरम्मत की बात कही थी.
Video Footages के आधार पर गिरफ्तारी
रहीम यार खान के जिला पुलिस अधिकारी असद सरफराज ने सोमवार को न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि सरकार ने मंदिर के जीर्णोद्धार का काम पूरा कर लिया है और उसे स्थानीय हिंदू समुदाय को सौंप दिया गया है. उन्होंने कहा कि मंदिर अब पूजा के लिए तैयार है. इस सवाल के जवाब में कि मंदिर हमले में अब तक कितने संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है? सरफराज ने बताया कि वीडियो फुटेज के आधार पर कुल 90 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है.
दुनियाभर में हुई PAK की आलोचना
मंदिर हमले को लेकर जहां पाकिस्तान की दुनियाभर में आलोचना हुई थी. वहीं उसके प्रधान न्यायाधीश गुलजार अहमद ने भी घटना को अफसोसजनक बताया था. प्रधान न्यायाधीशने कहा था कि मंदिर में तोड़फोड़ की घटना देश के लिए शर्मनाक है, क्योंकि पुलिस मूक दर्शक बनी रही. पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यक हैं. पाकिस्तान की अधिकांश हिंदू आबादी सिंध प्रांत में रहती है. उन्हें अक्सर भेदभाव और प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है.