Roosevelt Hotel: खर्चा निकालने के लिए पाकिस्तान ने अपने ऐतिहासिक होटल को US को सौंपा, इसके 1057 कमरों में हैं ये जबरदस्त सुविधाएं
Pakistan leases out iconic Roosevelt Hotel: आर्थिक तंगी और गले तक कर्ज में डूबे पाकिस्तान (Pakistan) ने कुछ दिनों के लिए अपना बेड़ा पार लगाने के लिए कुछ ऐसा इंतजाम किया है, जिसकी डील की चर्चा दुनियाभर में हो रही है. पाई-पाई के लिए तरसने वाला पाकिस्तान मानो चमत्कार की आस में किसी भी हद तक जाने को तैयार है. कुछ लोग प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) की सरकारी कोशिश को डूबते को तिनके का सहारा वाली कहावात से जोड़कर देख रहे हैं. अपनी डूबती नैया और मझदार में फंसी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए पाकिस्तान ने न्यूयॉर्क (New York) स्थित रूजवेल्ट होटल (Roosevelt Hotel) को तीन साल के लिए लीज पर दे दिया है. ये होटल इतना शानदार है जिसकी खूबियां जानकर आप भी यहां एक बार आने का मन बना लेंगे. ऐसे में क्या है इस होटल का इतिहास और खासियत आइए बताते हैं.
पाकिस्तान दो बड़े होटल विदेशों में हैं, एक न्यूयार्क में और दूसरा पेरिस में है. ये दोनों शानदार लोकेशन और हाईटेक सुविधाओं से लैस हैं. अमेरिका के इस होटल की बात करें तो इसमें 1057 लक्जरी रूम हैं.
(All Photos credit: theroosevelthotel.com)
न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में स्थित पाकिस्तान सरकार के इस होटल का इतिहास करीब 100 साल पुराना है. इसकी गिनती न्यूयार्क के खूबसूरत और बड़े होटलों में होती है
पाकिस्तान का ये होटल बेहद सुंदर है, ये होटल 19 मंजिला है. इस होटल के डिजाइन में अमेरिका की ऐतिहासिक इमारतों की झलक देखने को मिलती है.
ये होटल 43,313 स्क्वेयर फीट में फैला है. इसकी बिल्डिंग 76 मीटर ऊंची है.
न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इस होटल में मीटिंग के लिए 30000 फीट की जगह है. इस खास होटल में फिलहाल 2 बॉलरूम और 17 मीटिंग रूम्स की फैसिलिटी मौजूद है.
इस खूबसूरत होटल में बार, रेस्टोरेंट, जिम और अन्य सभी सुख सुविधाएं मौजूद है. इसकी पहली मंजिल पर मुख्य लॉबी एरिया, डायनिंग रूम, ब्रेकफास्ट रूम्स हैं.
इस होटल की कीमत अरबों रुपये में है. इस होटल को करीब 100 साल पहले साल 1924 में खोला गया था. दस साल बाद इसे चलाने वाली कंपनी न्यूयार्क यूनाइटेड होटल्स इंकारपोरेटेड दिवालिया हो गई थी. उसके बाद इस होटल को रुजवेल्ट होटल्स इंकारपोरेटेड ने अपने हाथों में ले लिया था. इसके बाद 1943 में हिल्टन होटल ने इस होटल का मैनेजमेंट देखना शुरू कर दिया था.
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 1956 में ये होटल एक फिर बिक गया. इस बार इस प्रॉपर्टी को होटल कारपोरेशन ऑफ अमेरिका ने खरीदा. उसके बाद 1978 में ये होटल पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को लीज पर दिया गया था. वर्ष 2000 में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस और प्रिंस फैजल बिन खालिद बिन अब्दुलाजीज अल साद ने इसे मिलकर खरीद लिया. कुछ समय बाद PIA ने प्रिंस का हिस्सा भी खरीद लिया और इस तरह ये पूरी तरह से पाकिस्तान का हो गया.