Diabetes के रोगी भी मजे से खा सकेंगे आम, मार्केट में आने वाली हैं Sugar Free Mangoes की ये किस्में
दुनिया में लाखों लोग डायबिटीज (Diabetes) की वजह से आम का आनंद नहीं ले पाते. हेल्थ प्रॉब्लम की वजह से डॉक्टर आमों को खाने से परहेज के लिए कहते हैं. जिसके चलते लाखों लोग हर साल आम का सीजन आने के बावजूद मन मसोसकर रह जाने को मजबूर होते हैं.
डायबिटीज के मरीज भी खा सकेंगे आम
अब डायबिटीज के मरीज भी गर्मियों में आम खाने का शौक पूरा कर सकेंगे. पाकिस्तान (Pakistan) में शुगर फ्री आम (Sugar Free Mangoes) की तीन नई प्रजातियां तैयार हो गई हैं. इन प्रजातियों के आमों को कोई भी डायबिटीज मरीज आसानी से खा सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, सिंध के टंडो अल्लाहयार के प्राइवेट फार्म में आम की इन प्रजातियों को साइंटिफिकली मोडिफाई करके तैयार किया गया है.
पाकिस्तान में तैयार हुए शुगर फ्री आम
टंडो अल्लाहयार में आम की फार्मिंग कर रहे गुलाम सरवर ने इन नई किस्मों को तैयार किया है. एक लोकल न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में सरवर ने कहा कि उन्होंने इन तीनों प्रजातियों का नाम सोनारो, ग्लेन और कीट (Sonaro, Glen, Keet) रखा है. उन्होंने कहा कि इन किस्मों को उगाने के लिए विशेष प्रकार की तकनीकों का सहारा लिया गया है. डायबिटीज मरीजों की परेशानी को देखते हुए इनमें शुगर को कंट्रोल रखने के लिए कई प्रयोग किए गए हैं.
पांच साल की मेहनत के बाद मिला फल
सरवर ने बताया कि इन तीनों किस्मों का विकास उन्होंने खुद किया है. इसमें उन्हें सरकार से मदद नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि इस शुगर फ्री आम (Sugar Free Mangoes) की इन किस्म को तैयार करने में करीब पांच साल का समय लगा है. पाकिस्तान के बाजारों में जल्द ही ये आम 150 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकेंगे.
सेहत को नहीं होगा कोई नुकसान
गुलाम सरवर ने बताया कि बाजार में मिलने वाले चौसा आम में शुगर की मात्रा 12 से 15 प्रतिशत तक होती है. इसी वजह से डायबिटीज मरीजों को यह न खाने की सलाह दी जाती है. वहीं सोनारो में 5.6 प्रतिशत, ग्लेन में 6 प्रतिशत और कीट में सिर्फ 4.7 प्रतिशत ही शुगर होगा. ऐसे में शुगर की समस्या से जूझ रहे लोग भी बिना किसी दिक्कत के इन आमों का जायका ले सकेंगे.
आम में मिलता है भरपूर विटामिन
आम (Mangoes) में विटामिन C भरपूर मात्रा में मिलता है. यह विटामिन शरीर के जख्मों को तेजी से भरने में मदद करता है. आम में विटामिन K भी होता है. यह ब्लड क्लॉट्स को रोकने और एनीमिया से बचाव में मदद करता है. आम के पीले और नारंगी भाग में बीटा कैरोटीन पाया जाता है. यह तत्व आम में पाए जाने वाले कई तरह के एंटी ऑक्सीडेंट्स में से एक है. ये एंटी ऑक्सीडेंट्स शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं, जो कि कैंसर के बढ़ने के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं.