US vs China spy balloon dispute: चीन की तरफ से कहा गया है कि अमेरिका ने पिछले एक साल में 10 से भी ज्‍यादा गुब्बारे उसकी बिना अनुमति के चीन के हवाई क्षेत्र में उड़ाए हैं. चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से ऐसे समय में आई है जब अमेरिका ने चीन पर आरोप लगाए थे. उसके बाद से ही चीन दुनियाभर में निगरानी गुब्बारों के मामले में फंसता जा रहा था. अमेरिका का कहना था कि चीन पूरी दुनिया में इसी तरह गुब्बारे उड़ाकर निगरानी कर रहा है. कुछ दिनों पहले ही अमेरिका ने एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था. इसके बाद से ही दोनों देश के संबंध अपने सबसे निचले स्तर पर जा चुके हैं. 


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बीजिंग ने लगाए आरोप



चीन की तरफ से आरोप लगाया गया है कि अमेरिका पिछले एक साल से चीन में जासूसी गुब्‍बारे भेज रहा है और अब तक 10 से भी ज्‍यादा जासूसी गुब्‍बारे चीन की सीमा में आए हैं. वि‍देश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने अमेरिकी गुब्बारों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. वांग ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि, 'अमेरिकी गुब्बारों का दूसरे देशों के हवाई क्षेत्र में अवैध रूप से प्रवेश करना बहुत ही आम बात है।' उनका कहना है कि अमेरिका को झगड़ा बढ़ाने से पहले खुद पर विचार करना चाहिए. अमेरिका को अपना रवैया बदलना चाहिए. चीन का कहना है कि अमेरिका मौसम संबंधी अनुसंधान के लिए बनाया गया गुब्‍बारे में को खत्‍म किया है. जो एक मानवरहित हवाई यान था. उनकी तरफ से धमकी दी गई है कि चीन इस मामले में कार्रवाई करेगा. 


अमेरिका ने क्‍या कहा? 


राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता आंद्रियाने वाट्सन का कहना है कि चीन के ऊपर अमेरिका द्वारा निगरानी गुब्बारे उड़ाने का आरोप झूठा है. उन्‍होंने कहा कि यह चीन ही है जो खुफिया सूचना इकट्ठा करने के लिए एक हाई लेवल का जासूसी गुब्बारा कार्यक्रम चला रहा है. यह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से भी जुड़ा हुआ है. ये इसका इस्‍तेमाल संयुक्त राज्य अमेरिका और पांच महाद्वीपों के 40 से ज्‍यादा देशों की संप्रभुता का उल्लंघन करने के लिए करते हैं.