इमरान खान ने क्यों कहा? `3 हिस्सों में बंट सकता है पाकिस्तान, खो सकता है परमाणु क्षमताएं`
Pakistan: इमरान ने कहा कि यहां वास्तविक समस्या पाकिस्तान और स्थापना की है. यदि प्रतिष्ठान सही निर्णय नहीं लेता है, तो मैं आपको लिखित रूप में बताऊंगा कि वे नष्ट हो जाएंगे और सशस्त्र बल सबसे पहले तबाह होंगे.
Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सत्ता से बेदखल होने के बाद शहबाज शरीफ सरकार पर लगातार हमलावर हैं. उन्होंने एक अन्य विवादास्पद बयान में कहा कि अगर देश सही निर्णय नहीं लेता है, तो देश तीन भागों में विभाजित हो सकता है. इतना ही नहीं पाकिस्तान अपनी परमाणु प्रतिरोधक क्षमता भी खो सकता है. इमरान ने यह टिप्पणी एक निजी टेलीविजन चैनल को दिए साक्षात्कार में की.
इमरान ने शहबाज पर साधा निशाना
जब इमरान खान से पूछा गया कि यदि बेनजीर भुट्टो के मामले में आपकी लोकप्रियता के बावजूद प्रतिष्ठान आपके साथ नहीं है, तो आप सत्ता में वापस नहीं आ पाएंगे. इसे ध्यान में रखते हुए आपकी भविष्य की रणनीति क्या है? तब इमरान ने कहा कि यहां वास्तविक समस्या पाकिस्तान और स्थापना की है. यदि प्रतिष्ठान सही निर्णय नहीं लेता है, तो मैं आपको लिखित रूप में बताऊंगा कि वे नष्ट हो जाएंगे और सशस्त्र बल सबसे पहले तबाह होंगे.
'पाकिस्तान तीन भागों में टूट जाएगा'
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तीन भागों में टूट जाएगा. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने चेतावनी दी कि एक बार देश की अर्थव्यवस्था नष्ट हो जाने के बाद, यह डिफ़ॉल्ट रूप से चला जाएगा और दुनिया पाकिस्तान से परमाणु निरस्त्रीकरण की ओर बढ़ने के लिए कहेगी. जैसा कि 1990 के दशक में यूक्रेन के लिए किया गया था.
'पाकिस्तान आत्म-विनाश के कगार पर'
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान आत्म-विनाश के कगार पर है और दिवालिया हो जाएगा. पूर्व प्रधानमंत्री की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए, पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने खान को फटकार लगाई और कहा कि कोई भी पाकिस्तानी इस देश को अलग करने की बात नहीं कर सकता है.
परमाणु संपत्ति खोने की बात
जरदारी ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के कार्यकर्ताओं को इमरान खान की टिप्पणी का पूरे देश में विरोध करने का निर्देश दिया. पीपीपी गठबंधन सहयोगी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के नेता तलाल चौधरी ने कहा कि सत्ता गंवाने के बाद इमरान खान ने देश को तोड़ने और परमाणु संपत्ति खोने की बात करना शुरू कर दिया है.
सुप्रीम कोर्ट जवाब दे
उन्होंने एक सोशल मीडिया कांफ्रेंस में कहा कि हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट जवाब दे कि हमें शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का मौलिक अधिकार है या नहीं. हम अपने अगले लॉन्ग मार्च की तारीख की घोषणा सुप्रीम कोर्ट के याचिका पर फैसला सुनाते ही करेंगे.
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