भाप इंजन से वंदे भारत तक... जानिए किन हालातों में हैं भारत के 5 सबसे पुराने रेलवे स्टेशन
तारीख 16 अप्रैल 1853. इसी दिन भारत में पहली यात्री ट्रेन चली थी. यह ट्रेन बोरी बंदर (बॉम्बे) और ठाणे के बीच 34 किमी की दूरी पर चली थी. इस सफर को पूरे करने में इसे 1 घंटा और 10 मिनट का समय लगा. इसके बाद धीरे-धीरे पूरे भारत में रेलवे नेटवर्क फैला.
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस
मुंबई का छत्रपति शिवाजी टर्मिनस भारत का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन है. इसे पहले विक्टोरिया टर्मिनस के नाम से जाना जाता था. छत्रपति शिवाजी टर्मिनस को फ्रेडरिक विलियम स्टीवंस द्वारा डिजाइन किया गया था. यह इतालवी और भारतीय गोथिक शैली की वास्तुकला पर आधारित है.
हावड़ा जंक्शन
कोलकाता के हावड़ा जिले में स्थित इस रेलवे स्टेशन को 1854 में बनाया गया था. शुरुआत में इस रेलवे स्टेशन पर एक ही प्लेटफॉर्म था. 1900 और 1911 के बीच इस रेलवे स्टेशन को दोबारा बनाया गया था.
प्रयागराज जंक्शन
प्रयागराज जंक्शन को पहले इलाहाबाद जंक्शन के नाम से जाना जाता था. इस स्टेशन का निर्माण 1855 में शुरू हुआ और 1859 में समाप्त हुआ. हालांकि, वर्तमान में भारतीय रेलवे ने इस रेलवे स्टेशन का कायाकल्प कर दिया है.
वडोदरा जंक्शन
पहले इसे बड़ौदा सिटी जंक्शन के नाम से जाना जाता था. वडोदरा जंक्शन का निर्माण 1861 में महाराजा खांडेराव ने करवाया था. वर्तमान में इंडियन रेलवे ने पुराने भवन के अवशेषों पर नया और आधुनिक रेलवे स्टेशन तैयार कर दिया है.
मद्रास सेंट्रल
इस रेलवे स्टेशन का आधिकारिक नाम पुरैची थलाइवर डॉ. एमजी है. यह सेंट्रल रेलवे स्टेशन चेन्नई के पेरियामेट में स्थित है. इस रेलवे स्टेशन का निर्माण 1862 और 1873 के बीच किया गया था.