Pics: श्रीनगर में पारा -5.4 डिग्री, पौधों पर छाई बर्फ की चादर, डल झील भी जमने लगी
Kashmir Snowfall Photos: धरती के स्वर्ग कश्मीर में बर्फबारी के मन मोह लेने वाले नजारे आने लगे हैं. श्रीनगर में तापमान शून्य से 5.4 डिग्री नीचे दर्ज किया गया, जिससे डल झील और अनी वाटर बॉडीज़ के बाहरी हिस्से जमने लगे हैं. आईएमडी ने आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट का अनुमान लगाया है.
![Kashmir Snowfall](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2024/12/10/3494028-kashmir4.jpg?im=FitAndFill=(1200,900))
कश्मीर और लद्दाख में शीतलहर ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है और श्रीनगर समेत ज्यादातर इलाकों में मौसम की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई.
![Kashmir Snowfall](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2024/12/10/3494026-kashmir5.jpg?im=FitAndFill=(1200,900))
आईएमडी कश्मीर की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक श्रीनगर में मौसम का सबसे कम तापमान शून्य से 5.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो इस मौसम की सबसे ठंडी रात थी.
![Kashmir Snowfall](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2024/12/10/3494023-img2141.jpeg?im=FitAndFill=(1200,900))
जबकि सोनमर्ग श्रीनगर का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां तापमान शून्य से 9.7 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा. गुलमर्ग के मशहूर स्की-रिसॉर्ट पर शून्य से 9.0 डिग्री सेल्सियस डिग्री के साथ दूसरा सबसे ठंडा स्थान रहा.
पहलगाम में शून्य से 8.4 डिग्री सेल्सियस नीचे और शोपियां में शून्य से 8.5 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया. इसके अलावा काजीगुंड में भी जीरो से 6.4 डिग्री सेल्सियस तक तापमान गिर गया.
जबकि लद्दाख कश्मीर से ज़्यादा ठंडा रहा. लेह में -13.2, कारगिल -12.4 और द्रास -16.8 रहा. इसके अलावा जोजिला भारत में सबसे ठंडा इलाका रहा. यहां पर पारा माइनस 21.0 डिग्री तक लुढ़क गया.
अभी और बढ़ेगी ठंड
आईएमडी कश्मीर के पूर्वानुमान के मुताबिक कश्मीर और लद्दाख में भीषण शीत लहर के हालात बने रहेंगे. अगले दो दिनों तक कश्मीर का तापमान और गिरेगा. हालांकि ठंड से कुछ राहत मिल सकती है क्योंकि 12 दिसंबर से 13 दिसंबर तक बर्फबारी की संभावना है.
ला नीना प्रभाव
कश्मीर आईएमडी विभाग ने ला नीना प्रभाव की भविष्यवाणी की है. जिसका मतलब है कि मध्य और पूर्वी प्रशांत क्षेत्र में समुद्र की सतह का तापमान औसत से ठंडा रहेगा. आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि ठंड की अवधि लंबी होगी और तापमान के साथ-साथ बारिश व बर्फबारी के मामले में बहुत कठोर होगी. जैसे-जैसे हम 'चिल्लई कलां' की तरफ बढ़ रहे हैं, जो 21 दिसंबर से शुरू होने वाला 40 दिनों का सबसे ठंडा समय है. ला नीना प्रभाव घाटी में ठंड और बारिश के असर को कई गुना बढ़ा देगा.