Astro Upay: पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखने के बजाए इस दिन पहनें नई चूड़ियां, सौभाग्य में होगी वृद्धि
Astrology Tips: हिंदू धर्म शास्त्र में महिलाओं के 16 ऋंगार का विशेष महत्व बताया गया है. इस में बिंदी लगाने से लेकर सिंदूर, मेहंदी और चूड़ी पहनना शामिल है. वास्तु में चूड़ी पहनने को लेकर कुछ विशेष नियम का जिक्र किया गया है. वास्तु जानकारों के अनुसार चूड़ियां पहनने से काफी लाभ होता है. जानें चूड़ियां पहनने के जरूरी नियम.
इन ग्रहों का प्रतीक हैं चूड़ियां
वास्तु शास्त्र के अनुसार चूड़ियों का संबंध बुध और चंद्रमा ग्रह से बताया जाता है. वहीं, शास्त्रों में चूड़ियों को 16 श्रृंगार में अहम माना गया है. किसी भी सुहागन महिलाओं के लिए चूड़ियों को सुदंरता और जिंदगी से जोड़ा गया है. कहते हैं कि महिलाओं को चूड़ियां पहनने से स्वास्थ्य और मानसिक लाभ प्राप्त होते हैं.
सप्ताह में इस दिन पहनें चूड़ी
वास्तु जानकारों का कहना है कि अगर चूड़ियां किसी खास दिन पहनीं जाएं, तो व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है. शादीशुदा महिलाओं को चूड़ियां हमेशा शुभ दिन पहननी चाहिए. बता दें कि इसके लिए सप्ताह के शुक्रवार औऱ रविवार का दिन शुभ माना गया है. वहीं, ऐसा भी कहा जाता है कि मगंलवार और शनिवार को महिलाओं को नई चूड़ियां नहीं खरीदनी चाहिए. इस दिन नई चूड़ियां खरीदना अशुभ माना गया है.
मिलती है सकारात्मकता
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर शादीशुदा महिलाएं मंगलवार और शनिवार के दिन चूड़ियां पहनत हैं, तो चूड़ियां पहले तुलसी माता को चढ़ाएं. इसके बाद ही अपने हाथों में पहनें. चूड़ियों को सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है. इन्हें पहनने से महिलाओं का मन शांत रहता है और सकारात्मकता से भरपूर रहता है.
कितनी चूड़ियां पहनें
बता दें कि शादीशुदा महिलाओं को संख्या के हिसाब से 21 चूड़ियां पहननी चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इनके साथ 2-2 चूड़िया सोने या चांदी की भी पहनी जा सकती हैं. इसके अलावा, नई दुल्हन को लगभग 40 दिन तक चूड़ियां पहननी चाहिए.
इन रंग की चूड़ियों से करें परहेज
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काले रंग को अशुभता का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में शादीशुदा महिलाएं काले रंग की चूड़ियां भूलकर भी न पहनें. इन रंगों को शुभ नहीं माना गया है. कहते हैं कि चूड़ियां पहनने से मन शांत रहता है. अगर आपकी नई शादी हुई है, तो आप शुभ दिन नई चूड़ी पहनें.