Foods For Fibroids: सिकुड़ने लगेगा फाइब्रॉयड ट्यूमर, बच्चेदानी में गांठ होने पर खाएं ये 5 फूड्स, बच जाएगा ऑपरेशन का खर्च
What To Eat In Fibroids: बच्चेदानी की दीवारों पर बनने वाली गांठों का जोखिम महिलाओं में मेंस्ट्रुएशन शुरू होने बाद होता है. फाइब्रॉयड के लक्षणों (Symptoms Of Fibroids) में पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग, पेल्विक एरिया में तेज दर्द, लंबा पीरियड साइकिल शामिल है. इन गांठों को नेचुरल रूप से सुखाने के लिए ये फल बहुत फायदेमंद साबित होते हैं.
सेब
पेक्टिन से भरपूर सेब शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है. जिससे बच्चेदानी में गांठ का साइज बढ़ना रुक जाता है. इतना ही नहीं नियमित सेवन से फाइब्रॉयड का रिस्क भी कम हो जाता है.
बेरीज
ब्लूबेरी, शहतूत, रास्पबेरी और अंगूर में नेचुरल रेस्वेराट्रोल होता है. स्टडी से पता चलता है कि रेसवेराट्रॉल यूट्रस फाइब्रॉइड ट्यूमर को बढ़ने से रोकते हैं.
खट्टे फल
विटामिन सी से भरपूर खट्टे फल ना सिर्फ फाइब्रॉएड की ग्रोथ को रोकते हैं. बल्कि इससे होने वाले फर्टिलिटी संबंधित परेशानी को भी करने का काम करते हैं. हर दिन एक से दो खट्टे फल खाने वाली महिलाओं में फाइब्रॉएड का खतरा दूसरी महिलाओं की तुलना में कम होता है.
अमरूद
अमरूद फाइब्रॉएड के मरीजों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इसमें विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट, प्रोटीन और डाइटरी फाइबर भरपूर मात्रा में मौजूद होता है. ऐसे में इसे रेगुलर खाने से गांठ की ग्रोथ रुक जाती है. बता दें कि इसकी पत्तियों का जूस पीरियड क्रैम्प्स से छुटकारा पाने के लिए इस्तेमाल किया जाते रहा है.
अनार
बच्चेदानी की गांठ को ठीक करने में अनार बहुत कारगर साबित होता है. दरअसल, इसमें एल्लैगिक एसिड होता है, जो फाइब्रॉएड सेल्स के विकास को रोकने का काम करता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.