बिहार के इस लाल का कमाल, कबाड़ से की शुरुआत, 9 बार हुआ फेल लेकिन फिर भी नहीं मारी हार, आज ₹14000 करोड़ का मालिक
अक्सर लोगों के दिमाग में यही छवि बन रहती है कि पढ़ा-लिखा, बड़ी-बड़ी डिग्रियों वाला, पु्स्तैनी जमी- जायदाद वाला ही बिजनेस शुरू कर सकता है या कारोबारी बन सकता है, लेकिन बिहार के रहने वाले अनिल अग्रवाल ने तो पूरा चैप्टर ही बदल दिया.
सबसे अमीर बिहारी
Richest Man in Bihar: अक्सर लोगों के दिमाग में यही छवि बन रहती है कि पढ़ा-लिखा, बड़ी-बड़ी डिग्रियों वाला, पु्स्तैनी जमी- जायदाद वाला ही बिजनेस शुरू कर सकता है या कारोबारी बन सकता है, लेकिन बिहार के रहने वाले अनिल अग्रवाल ने तो पूरा चैप्टर ही बदल दिया. न तो उनके पास पैसा था, न ही अनुभव और न ही डिग्रियां. पढ़ाई भी आधी-अधूरी ही की थी, लेकिन अगर कुछ था तो जीतने की जिद, जिसके दम पर उन्होंने लाखों करोड़ों का कारोबार खड़ा कर दिया. वरना कोई सोच भी नहीं सकता है कि एक टिफिन का डिब्बा लेकर बिहार के पटना से मुंबई आया एक 20 साल का लड़का वेदांता रिसोर्सेज जैसी कंपनी का मालिक बन सकता है.
कबाड़ से बना करोड़पति
बिहार के पटना में रहने वाले अनिल अग्रवाल पढ़ाई में कुछ खास नहीं थे. साल 1954 में जन्में अग्रवाल ने 20 साल की उम्र में पटना छोड़ दिया था और खाली हाथ बस एक टिफिन का डिब्बा लेकर मुंबई पहुंच गए. पहली बार उन्होंने जिंदगी में डबल डेकर बस और पीली टैक्सी देखी थी. छोटे शहर का लड़का मुंबई जैसे महानगर में आकर परेशान तो जरूर हुआ, लेकिन डरा नहीं. उनका लक्ष्य तय था. छोटी-मोटी नौकरी की और कुछ ही सालों में कबाड़ का पहला बिजनेस शुरू कर दिया.
9 बार बिजनेस में हुए फेल
साल 1970 में अनिल अग्रवाल ने कबाड़ का धंधा शुरू कर कारोबारी बनने से अपने सफर की शुरुआत की. पहले बिजनेस में अच्छी कमाई हुई. साल 1976 में उन्होंने शमशेर स्टर्लिंग केबल कंपनी को खरीदा, लेकिन वो धंधा चला नहीं. स्टाफ को सैलरी देने तक के पैसे उनके पास नहीं बचे थे. इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक कर 9 बिजनेस शुरू किया, लेकिन सभी में वो फेल हो गए. उनका संघर्ष 20-30 साल तक चलता रहा. बार-बार हारकर वो डिप्रेशन में चले गए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और 10वें कारोबार में सफलता हासिल की.
कैसे बन गए करोड़ों के मालिक
पटना में एक साधारण मारवाड़ी परिवार में जन्में अनिल अग्रवाल आज वेदांता रिसोर्सेज के मालिक है. उनकी कंपनी का मार्केट कैप 2 लाख करोड़ रुपये के करीब है. उनकी कंपनी में 64 हजार से अदिक कर्मचारी और कॉन्ट्रैक्टर्स हैं. भारत के अलावा उनकी कंपनी अप्रीका, आयरलैंड और ऑस्टेलिया में कारोबार कर रही है.
कितनी दौलत के मालिक
स्क्रैप किंग से मेटर किंग बने अनिल अग्रवाल भारत के अलावा विदेशों में अपना कारोबार फैला चुके हैं. फोर्ब्स के मुताबिक उनका नेटवर्थ 14790 करोड़ रुपये से अधिक है. उनकी कमाई का सबसे बड़ा सोर्स वेदांता रिसोर्सेस और एंग्लो अमेरिकन में उनकी हिस्सेदारी है. हिन्दुस्तान जिंद की जिम्मेदारी उन्होंने अपने बेटे अग्निवेश को सौंप दी है. साल 2003 में उन्होंने अपनी कंपनी वेदांता रिसोर्सेज की लंदन स्टॉक एक्सचेंज (LSE) पर लिस्टिंग कराई. अपने परिवार के साथ अनिल अग्रवाल लंदन में रहते हैं. इस बिहारी पर सिर्फ पूरे बिहार को नहीं बल्कि पूरे देश को गर्व है.