PHOTOS: चिल्लई कलां की दस्तक के साथ ही जम गया कश्मीर, श्रीनगर में 50 सालों की सबसे ठंडी रात
Chillai Kalan In Kashmir 2024 Images: कश्मीर में `चिल्लई कलां` के दस्तक देते ही श्रीनगर में पिछले पांच दशकों में दिसंबर की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई. कश्मीर घाटी में 40 दिनों की कठोर सर्दी को `चिल्लई कलां` कहते हैं. श्रीनगर में रात को न्यूनतम तापमान शून्य से 8.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो 1974 के बाद से सबसे ठंडा रहा, जब शहर में शून्य से 10.3 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया था. यह पिछले 133 सालों में दर्ज किया गया तीसरा सबसे कम दिसंबर का तापमान भी है. तापमान में गिरावट के चलते विश्व प्रसिद्ध `डल` झील सहित अन्य जल निकाय जम गए हैं. बारामूला से भी बर्फ से लकदक पेड़ों की तस्वीरें आई हैं.
भयानक सर्दी से जूझ रहा कश्मीर
चिल्लई कलां की शुरुआत के साथ ही घाटी में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. पड़ोसी इलाकों में भी तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है. शोपियां में तापमान शून्य से 10.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. अनंतनाग कश्मीर में सबसे ठंडा रहा, तापमान शून्य से 10.5 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया, जबकि पुलवामा में तापमान शून्य से 10.3 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा. कुलगाम में तुलनात्मक रूप से हल्का तापमान शून्य से 6.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.
पहलगाम में न्यूनतम तापमान माइनस 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दक्षिण कश्मीर के कोकरनाग में भी न्यूनतम तापमान माइनस 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अधिकारी ने बताया कि प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान माइनस 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि कश्मीर घाटी में सबसे खराब सर्दियां देखी जा रही हैं.
श्रीनगर में टूटा दिसंबर की सर्द रात का रिकॉर्ड
मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि मौजूदा सदी की शुरुआत से अब तक के रिकॉर्ड के अनुसार, 24 साल में सबसे कम तापमान 28 दिसंबर 2018 को दर्ज किया गया था, जब पारा -7.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था. उन्होंने बताया कि अब तक का सबसे कम तापमान 13 दिसंबर 1934 को दर्ज किया गया था, जब पारा -12.8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था और 1974 में तापमान में 8.6 डिग्री की गिरावट आई थी. उन्होंने बताया कि काजीगुंड में न्यूनतम तापमान माइनस 8.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात यह माइनस 7.6 डिग्री सेल्सियस था.
श्रीनगर की डल झील भी जम गई
तापमान में गिरावट के साथ ही प्रसिद्ध डल झील और कई जलाशयों के कुछ हिस्से जमने लगे हैं, जिससे सर्दियों का नजारा बेहद खूबसूरत और भयावह हो गया है. डल झील के लगभग 40% हिस्से पर लगभग 1 इंच मोटी बर्फ की परत जम गई है. कश्मीर और लद्दाख में सिर्फ डल झील ही नहीं, बल्कि लगभग सभी जलाशय जम गए हैं.
पहली बार झील में जमा हुआ पानी देखा
डल झील पर आईं पर्यटक अर्शी कुमारी ने कहा, 'पहली बार मैं जमा हुआ पानी देख रही हूं, वह भी झील में. मैंने बर्फ देखी है, लेकिन इस बार नहीं. यह बिलकुल अलग बात है, हालांकि, यहां बहुत ठंड है, लेकिन फिर भी मुझे इस झील के आसपास घूमना बहुत पसंद है.'
कश्मीर घाटी के जनजीवन पर असर
कश्मीर घाटी के लोग आगे और भी ज्यादा ठंड के लिए तैयार हो रहे हैं, क्योंकि वहां ऐसी ही चरम परिस्थितियां हैं. लोगों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, सुबह के समय पानी के नल जम जाते हैं और कश्मीर में बिजली की आपूर्ति में भारी कटौती की गई है, जिससे जीवन और भी दयनीय हो गया है. नाविक मोहम्मद अज़ीज़ ने कहा, 'पर्यटकों को यह बहुत पसंद है, लेकिन हमें बहुत परेशानी होती है, झील के किनारे नाव ले जाना बहुत मुश्किल है, हमारी नाव क्षतिग्रस्त हो जाती है.'