PHOTOS: राफेल और F-22 भी इसके आगे फेल! चीन के अगली पीढ़ी के फाइटर जेट का दमखम देख सहमी दुनिया
China 6th Gen Fighter Jet: चीन ने अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों की रेस में बड़ी छलांग लगाई है. उसने अगली यानी छठी पीढ़ी (6th-gen) के फाइटर जेट की पहली उड़ान का प्रदर्शन किया है. चीनी सोशल मीडिया पर नए फाइटर एयरक्राफ्ट की पहली फ्लाइट के वीडियो और तस्वीरें वायरल हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के 6वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान ने 26 दिसंबर 2024 को अपनी पहली ऐतिहासिक उड़ान का प्रदर्शन किया. अभी इस नए जेट के बारे में बहुत सारी जानकारी गोपनीय रखी गई है.
चीन के नए फाइटर जेट की पहली उड़ान
चीन में सोशल मीडिया नेटवर्क्स पर अगली पीढ़ी के लड़ाकू विमान की पहली फ्लाइट का वीडियो खूब शेयर हो रहा है. जाहिर है, चीन ने इस टॉप सीक्रेट प्रोजेक्ट के बारे में दुनिया को ज्यादा कुछ नहीं बताया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह फाइटर जेट अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है.
ड्रैगन के नए जेट का नाम क्या है?
चीन के एविएशन इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन (AVIC) ने अभी तक नए लड़ाकू विमान को कोई ऑफिशियल नाम नहीं दिया है. हालांकि, मिलिट्री सर्किल्स में इस जेट को Baidi या White Emperor कहा जा रहा है.
छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान में क्या खास है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नए जेट में एडवांस्ड स्टील्थ क्षमताएं होंगी. यानी यह दुश्मन के रडार की नजर से बचते हुए अपना काम कर जाएगा. इस एयरक्राफ्ट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी इंटीग्रेट किए जाने की खबर भी है. इससे जेट को बड़े पैमाने पर डेटा प्रोसेसिंग के साथ-साथ जल्द फैसले लेने में मदद मिलेगी. यह जेट शायद अनमैन्ड एरियल वीइकल्स (UAVs) यानी ड्रोन्स से कोऑर्डिनेट करने में माहिर है.
हाइपरसोनिक हथियार ले जाने में सक्षम
चीन का छठी पीढ़ी का लड़ाकू विमान अपने साथ हाइपरसोनिक हथियार ले जाने में सक्षम है. लंबी दूरी और तेज रफ्तार वाले ये हथियार नए जेट के साथ चीन की मारक क्षमता में इजाफा करेंगे. यह भी माना जा रहा है कि जेट में अनोखे रडार सिस्टम लगे होंगे जो इसे दुश्मन के हर मूवमेंट की खबर देते रहेंगे. कुछ एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह जेट डायरेक्टेड एनर्जी वेपन जैसे LASER वगैरह से भी लैस हो सकता है.
कौन-कौन बना रहा ऐसे फाइटर जेट?
चीन ने तो छठी पीढ़ी के लड़ाकू जेट की पहली उड़ान भी करवा दी. अब अमेरिका पर दबाव बढ़ेगा जो अपना खुद का ऐसा जेट बना रहा है. अमेरिकी एयरफोर्स ने कुछ प्रोटोटाइप्स के फ्लाइट टेस्ट किए हैं और उन्हें 2030s तक रोल आउट किया जा सकता है. इटली और यूनाइटेड किंगडम, जापान के साथ मिलकर 2030s के शुरुआती दौर तक अपना 6th-gen जेट विकसित करना चाहते हैं.