क्रिसमस पर बढ़ जाती है चर्च की खूबसूरती, जानिए देश के इन सबसे पुराने गिरिजाघरों के बारे में, जहां जुटती है भारी भीड़
भारत समेत पूरी दुनिया में क्रिसमस की तैयारी जोरों पर है. क्रिसमस त्योहार के समय हम आपको बताने जा रहे हैं भारत के सबसे पुराने और बड़े चर्च के बारे में जहां क्रिसमस के दिन खूब भीड़ होती है.
Churches Of India:
इन दिनों भारत समेत पूरी दुनिया में क्रिसमस की धूम देखी जा सकती है. बच्चों में विंटर और क्रिसमस की छुट्टियों को लेकर खासतौर से बहुत उत्साह देखा जा सकता है. हालांकि, भारत में भले ही किसी भी अन्य समुदाय की अपेक्षा ईसाई धर्म को मानने वाले कम ही लोग रहते हैं, लेकिन यहां भी बड़ी धूमधाम से क्रिसमस का पर्व मनाया जाता है.
हमारे देश समेत दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में क्रिसमस का त्योहार 25 दिसंबर को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाएगा. यह पर्व प्रभु ईसा मसीह की जन्मदिन के रूप में मनाते हैं, जिसे 'बड़ा दिन' कहा जाता है.
इतना ही नहीं भारत में एक से बढ़कर एक चर्च भी मौजूद है, जिनकी खूबसूरती देते ही बनती है. क्रिसमस पर गिरजाघरों में खूब भीड़ होती है, यहां केवल ईसाई ही नहीं गैर-ईसाई भी आते हैं. आज हम आपको बताएंगे भारत में स्थित बड़े और मशहूर चर्च के बारे में...
सुमी बैपटिस्ट चर्च
हम आज जिस चर्च के बारे में बात कर रहे हैं, उसे एशिया का सबसे बड़ा चर्च माना जाता है. क्रिसमस के दिन यहां सबसे ज्यादा भीड़ जहां होती है. हम बात कर रहे हैं नागालैंड स्थित सुमी बैपटिस्ट चर्च के बारे में, जो राज्य के जूनहेबोटो इलाके में है. पहाड़ों के बीच बसा यह चर्च बेहद खूबसूरत है. इसकी खूबसूरती ही है जो यहां देश-विदेशों से ढेरों टूरिस्ट खासतौर पर क्रिसमस सेलिब्रेट करने के लिए आते हैं.
पर्यटकों को खूब आकर्षित करती है इसकी डिजाइन
सुमी बैपटिस्ट चर्च की सबसे बड़ी खासियत है इसकी डिजाइन. अंडे के आकार में बने इस चर्च की बनावट टूरिस्ट को खूब आकर्षित करती है. जानकारी के मुताबिक इस चर्च में एक साथ लगभग 8,500 लोग प्रार्थना कर सकते हैं.
सेंट फिलोमेना चर्च
मैसूर का सेंट फिलोमेना चर्च भी देश के मशहूर गिरिजाघरों में से एक है. क्रिसमस पर यहां भी काफी लोग इकट्ठे होते हैं. मैसूर स्थित इस खूबसूरत चर्च का निर्माण साल 1936 में हुआ था, जिसे एशिया का सबसे लंबा चर्च माना जाता है.
सेंट जेम्स चर्च
यह चर्च दिल्ली का सबसे पुराना चर्च माना जाता है. दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित इस चर्च का निर्माण साल 1836 में हुआ था. यहां 1,200 लोग प्रार्थना कर सकते हैं. दिल्ली के इस चर्च में भी बहुत लोग क्रिसमस सेलिब्रेट करने आते हैं.
सेंट पॉल कैथेड्रल चर्च
सेंट पॉल कैथेड्रल चर्च कोलकाता में स्थित है, जहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं. क्रिसमस के दिन यहां की सजावट देखते ही बनती है. बताया जात है कि यह चर्च 171 साल से भी ज्यादा पुराना है. इतना ही नहीं जानकारी के मुताबिक एशिया का यह ऐसा पहला चर्च है, जिसका नाम संत के नाम पर रखा गया है.