आप दिल्ली की सर्दी में रो रहे हैं, यहां पलकों, दाढ़ी पर भी जम जाती है बर्फ; तस्वीरें देखकर बदन में आ जाएगी गर्मी
Life in Yakutsk: दिल्ली शहर कोहरे की मोटी चादर से ढंका हुआ है. ढेर सारे गरम कपड़े पहनने के बाद भी दांत किटकिटा रहे हैं तो दुनिया के सबसे ठंडे शहर में रह रहे लोगों के जीवन की एक झलक इन फोटो में देख लें. जहां माइनस 55 डिग्री में भी लोग अपनी रोजमर्रा की रुटीन फॉलो करते हैं.
Yakutsk people: रूस का साइबेरियाई शहर याकुत्स्क दुनिया का सबसे ठंडा शहर है. यहां तापमान -55°C तक चला जाता है. यह शहर साल में 9 महीने बर्फ से ढंका रहता है. अब आपके मन में यह सवाल होगा कि ऐसे मौसम में कोई कैसे रहता होगा? तो आपको बता दें कि यहां करीब 4 लाख लोगों की आबादी है और लोग इतने ठंडे मौसम में रहना सीख चुके हैं.
गर्मी में भी -33°C तापमान
याकुत्स्क शहर कितना ठंडा होगा इसका अंदाजा आप इससे ही लगा लें कि यह शहर उत्तरी ध्रुव से केवल 430 किलोमीटर दूर है. जिसके कारण साल के अधिकांश समय यह बर्फ से ही जमा रहता है. सर्दियों में यहां तापमान -60°C तक गिर जाता है, जबकि गर्मियों में यह -33°C से -35°C के बीच रहता है.
7 परत वाले कपड़े पहनते हैं लोग
याकुत्स्क शहर में रहने के लिए मोटे कपड़े और ठंड में जीवन गुजारने के लिए जरूरी सुविधाओं के अलावा मजबूत दिल और हर पल सावधानी से हर कदम उठाने की जरूरत होती है. तभी इस शहर में गुजारा हो सकता है. यहां लोग 7 परतों वाले कपड़े पहनते हैं
इनके एक कपड़े की कीमत 8 से 15 लाख
याकुत्स्क शहर के लोग ठंड से बचने के लिए आर्कटिक लोमड़ी की खाल से बने कपड़े पहनते हैं, जिनकी कीमत 8 से 15 लाख रुपये तक होती है. ये कपड़े -70°C तक की ठंड में भी असरदार होते हैं.
15 मिनट से ज्यादा बाहर नहीं रहते
सर्दियों में यहां लोग महीने में एक-दो बार ही नहाते हैं. ठंड इतनी ज्यादा है कि खास कपड़ों के बाद भी लोग खुले आसमान के नीचे 15 मिनट से ज्यादा नहीं रुकते. यहां के घर पर्माफ्रॉस्ट जमीन पर बनाए जाते हैं, जो गर्मियों में पिघलने लगती है.
दिन में सिर्फ 1 घंटे की धूप
याकुत्स्क में पूरे दिन में सिर्फ एक घंटे के लिए धूप निकलती है. इस दौरान लोग कपड़े सुखाते और खुद को गर्म रखते हैं. गीले कपड़े बाहर लाते ही जम जाते हैं और इन पर जमी बर्फ झाड़ने पर कपड़े सूखे मिलते हैं.
-55°C में भी चलते हैं स्कूल
याकुत्स्क शहर में स्कूलों का संचालन मौसम पर निर्भर करता है. लेकिन हवा न होने और तापमान -45°C या उससे नीचे होने पर पहली से पांचवीं कक्षा तक की छुट्टी रहती है. लेकिन हवा की गति 2 मीटर प्रति सेकंड से ज्यादा होने पर -55°C में भी स्कूल खुले रहते हैं, क्योंकि हवा ठंड के असर को कम करती है.
रूस के लिए बेहद कीमती है याकुत्स्क शहर
याकुत्स्क खनन के लिए बेहद खास है क्योंकि यहां 30 से ज्यादा रासायनिक तत्व और बहुमूल्य रत्न पाए जाते हैं. यह रूस का तीसरा सबसे बड़ा सोना उत्पादक क्षेत्र है.