Delhi Water Crisis: आसमान से आग और जमीन पर सूखा... बूंद-बूंद पानी को तरसती दिल्ली का दर्द देखिए
Delhi Water Crisis Photos: देश में जारी भीषण गर्मी के बीच राष्ट्रीय राजधानी पानी की बूंद-बूंद को तरस गई है. लोगों को पानी की जुगत में टैंकरों के सामने लंबी कतार में खड़ा होना पड़ रहा है. आइये आपको इन तस्वीरों में पानी की किल्लत झेल रहे दिल्ली के लोगों का दर्द.
देश में जारी भीषण गर्मी के बीच राष्ट्रीय राजधानी पानी की बूंद-बूंद को तरस गई है. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि दिल्ली में एक के बाद एक वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट फेल हो रहे हैं. इन प्लांट्स में पानी उत्पादन की मात्रा कम हो गई है.
दावा यह भी किया जा रहा है कि आने वाले दिनों में दिल्ली के सभी इलाकों में पानी की किल्लत देखने को मिल सकती है. वजीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में पिछले तीन दिनों में लगातार पानी उत्पादन कम हुआ है.
इस प्लांट से पुरानी दिल्ली, करोल बाग, मोती नगर, ईस्ट पटेल नगर, पंजाबी बाग और आसपास की जगहों पर लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. दिल्ली में पानी की किल्लत का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है.
दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आम आदमी पार्टी वाली दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है. कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि टैंकर माफिया और पानी की बर्बादी को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं.
जस्टिस पी.के. मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने हिमाचल प्रदेश से अतिरिक्त पानी छोड़ने की दिल्ली सरकार की याचिका पर सुनवाई कर रही थी. दिल्ली में पेयजल की कमी है. कोर्ट ने पूछा, "इतना टैंकर माफिया, क्या आपने इस पर कोई कार्रवाई की है? ... पानी टैंकर माफिया के कब्जे में है और आप कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं."
पीठ ने कहा कि लोग परेशान हैं, हम हर न्यूज़ चैनल पर विजुअल देख रहे हैं. अगर गर्मियों में पानी की कमी बार-बार होने वाली समस्या है तो पानी की बर्बादी को रोकने के लिए आपने क्या कदम उठाए हैं?
दिल्ली सरकार की ओर से पेश हुए अधिवक्ता शदान फरासत ने कहा कि कार्रवाई हो रही है, जिसमें पानी की आपूर्ति में बड़े पैमाने पर डिस्कनेक्शन शामिल है, ताकि पानी की बर्बादी रोकी जा सके. हम उपायों के बारे में ( हलफनामा ) दाखिल करेंगे. शीर्ष अदालत ने दिल्ली सरकार को पानी की कमी के लिए की गई कार्रवाई की रिपोर्ट दाखिल करने को कहा. मामले की सुनवाई गुरुवार को होगी.