On this Day: माराडोना के 38 साल पुराने गोल की कहानी, `हैंड ऑफ गॉड` से है फेमस, अर्जेंटीना के लिए क्यों था वरदान?
Diego Maradona Hand of God: 22 जून, यह वही तारीख है जब दुनिया के लोकप्रिय खेल फुटबॉल में इतिहास का एक अनोखा चैप्टर तैयार हुआ. 22 जून 1986 को हुआ एक अजीबोगरीब गोल अर्जेंटीना के लिए वरदान साबित हुआ. शायद ही किसी को अंदाजा हो कि 3 दशक के बाद भी डिएगो माराडोना के इस गोल को याद किया जाएगा. इस गोल को `हैंड ऑफ गॉड` का दर्जा दिया गया था.
डिएगो माराडोना
यह वो नाम है जिसे फुटबॉल का जादूगर कहें तो गलत नहीं होगा. माराडोना का वो दौर था जब उन्होंने अपने खेल का भूत सभी पर सवार कर दिया था. अर्जेंटीना के माराडोना ने 22 जून 1986 को एक ऐसा गोल किया जिससे उनके नाम पर इतिहास का एक पूरा चैप्टर तैयार हो गया. यह गोल फीफा वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ आया था.
अर्जेंटीना बनी थी वर्ल्ड चैंपियन
फीफा वर्ल्ड कप 1986 में अर्जेंटीना वर्ल्ड चैंपियन बनी थी. यह संभव हुआ तो उस 'हैंड ऑफ गॉड' गोल की बदौलत. अर्जेंटीना ने फाइनल मैच में वेस्ट जर्मनी की टीम को 3-2 से हराकर दूसरी बार खिताबी जीत दर्ज की थी. इस दौरान अर्जेंटीना के कप्तान डिएगो माराडोना ही थे.
नॉकआउट में इंग्लैंड को मात
अर्जेंटीना ने नॉकआउट मुकाबले में इंग्लैंड को 2-1 से मात दी थी. लेकिन इस मैच में एक अनदेखे गोल का राज पूरी तरह तब खुला जब माराडोना ने इसे 'हैंड ऑफ गॉड' का नाम दिया था. इस गोल की बदौलत अर्जेंटीना ने इंग्लैंड को मात दी और सेमीफाइनल का टिकट कटाया था.
क्या है हैंड ऑफ गॉड?
इंग्लैंड के खिलाफ पहला गोल अर्जेंटीना के कप्तान माराडोना ने ही किया था. उन्होंने उछलकर सिर से गेंद को गोल पोस्ट में डालने की कोशिश की. लेकिन गेंद बजाय सिर के हाथ में लगी और गोलकीपर पीटर शिल्टन को चीरती हुई नेट में पहुंची. इस गोल पर रेफरी का ध्यान नहीं गया और तकनीक न होने का फायदा अर्जेंटीना को मिला. इस गोल पर जमकर बवाल भी हुआ. लेकिन माराडोना ने इस गोल को 'हैंड ऑफ गॉड' का दर्जा दिया था.
25 नवंबर 2020 को निधन
1986 में टीम के लिए इतिहास लिखने वाले कप्तान डीएगो माराडोना का निधन 25 नवंबर 2020 को हो गया. भले ही अब वह इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन जब-जब फीफा वर्ल्ड कप का आगाज होता है तो उनके इस ऐतिहासिक गोल को याद किया जाता है.