बरसात में गाड़ी निकालने से पहले कर लें ये 5 काम, सफर रहेगा सुहाना
Car Care Tips in Monsoon: बरसात का मौसम शुरू हो गया है. देश के कुछ इलाकों में तो बारिश होना शुरू हो गया है. भयंकर गर्मी के बाद ये मौसम लोगों को राहत देता है. बारिश की खुशी के साथ ही ये मौसम गाड़ी चलाने वालों के लिए थोड़ी परेशानी भी लेकर आता है. गाड़ी खराब होने या बीच रास्ते में गाड़ी फंसने जैसी दिक्कतें न हों, इसके लिए आज हम आपको कुछ आसान टिप्स बताएंगे.
लाइट्स चेक करें
गाड़ी चलाते समय अच्छी रोशनी बहुत जरूरी है, फिर चाहे मौसम कोई भी हो. इसलिए गाड़ी की हेडलाइट्स, फॉग लाइट्स और टेल लैंप्स को जरूर चेक करें. देखें कहीं इनमें कोई गड़बड़ी तो नहीं है, टूटी हुई हैं या इनमें पानी तो नहीं भर रहा है. अगर जरूरत हो तो सर्विस सेंटर पर जाकर इन्हें ठीक करवा लें. गाड़ी चलाते समय भी ध्यान दें कि सभी लाइट्स जल रहीं हैं या नहीं.
रबर सील्स का ध्यान रखें
दरवाजों, सनरूफ और विंडस्क्रीन पर लगे रबर के पट्टे (सील्स) कार के अंदर पानी जाने से बचाते हैं. इनका ध्यान रखना बहुत जरूरी है. अगर ये खराब हो जाते हैं, तो बारिश का पानी गाड़ी के अंदर आ सकता है. इन रबरों को साफ रखने के लिए गीले कपड़े से पोंछ लें और बाद में सूखे कपड़े से साफ कर लें. इसके बाद इन पर सिलिकॉन स्प्रे लगा दें ताकि ये फ्लेक्सिबल बने रहें और पानी गाड़ी के अंदर न आ सके.
ब्रेक चेक करवाएं
बारिश में सड़क फिसलन वाली हो जाती है और अक्सर गाड़ी धीमी गति से चलानी पड़ती है. ऐसे में गाड़ी के ब्रेक और ब्रेक ऑयल को जरूर चेक करवा लें. अगर ब्रेक ऑयल खराब है या कम है तो गाड़ी के रुकने में दिक्कत हो सकती है. ब्रेक पैड्स भी गीले हो सकते हैं जिससे वो थोड़ा देर से काम करते हैं. इसलिए गाड़ी चलाते समय आगे चल रही गाड़ी से अच्छी दूरी बनाकर चलें.
वाइपर बदलें
साल में कम से कम एक बार गाड़ी के वाइपर बदलवाने चाहिए. गर्मी और धूल से वाइपर के रबर खराब हो जाते हैं और बारिश में ये शीशे को साफ नहीं कर पाते. खराब वाइपर से विंडस्क्रीन पर निशान पड़ सकते हैं, जिससे सड़क को देखने में दिक्कत हो सकती है. साथ ही गाड़ी की वॉशर बॉटल में पानी जरूर भरवाएं ताकि विंडस्क्रीन को आसानी से साफ किया जा सके.
अंडरबॉडी कोटिंग
कार के नीचे वाले हिस्से को जंग लगने से बचाने के लिए इसकी कोटिंग करवा सकते हैं. बारिश का पानी नीचे जमा होकर गाड़ी के पुर्जों को खराब कर सकता है. साथ ही रास्ते में गड्ढों से भी गाड़ी के नीचले हिस्से में खराबी आ सकती है. अंडरबॉडी कोटिंग करवाने से जंग, धूल, मिट्टी और खरोंच से गाड़ी की सुरक्षा रहती है.