UPSC Success story: डॉक्टर्स जो बन गए IAS ऑफिसर, एक ने तो दोनों फील्ड में बनाया बेमिसाल रिकॉर्ड
UPSC Success story: आज के समय में जहां एक ओर देखने-सुनने को मिलता है कि प्राइवेट सैलरी में हर साल का प्रमोशन और लाखों का पैकेज छोड़कर युवा यूपीएससी सिविल सेवा में जाने का विकल्प चुन रहे हैं.
इसी तरह से अब कई डॉक्टर्स भी प्रशासनिक व्यवस्था की तरफ आकर्षित हो रहे हैं. दिन-रात एक करके मेडिकल की कठिन पढ़ाई करके दूसरी फील्ड में जाने का फैसला लेना बहुत बड़ी बात है.
आईएएस, आईपीएस ऑफिसर बनने के लिए यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास करना पड़ता है. यूपीएससी देश की सबसे कठिन परीक्षा है. फिर भी कुछ कई युवा डॉक्टर्स ने अपनी नौकरी इसलिए छोड़ दी, क्योंकि उन पर आईएएस बनने का जुनून सवार था.
आज हम आपको देश के ऐसे आईएएस अफसरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने डॉक्टरी छोड़ कर यूपीएससी सिविल सेवा की राह चुनी और अब आईएएस बनकर देश की सेवा में जुटे हैं.
IAS डॉ. रेनु राज
रेनू राज ने मेडिकल की पढ़ाई के साथ-साथ ही यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए भी तैयारी शुरू कर दी थी. उन्होंने अपने पहले ही अटैम्प्ट में इतनी टफ परीक्षा में न सिर्फ क्वालिफाई किया, बल्कि दूसरी रैंक हासिल कर मिसाल पेश की. डॉ रेनु केरल के अलाप्पुझा जिले की कलेक्टर हैं.
IAS डॉ. नागार्जुन बी गौड़ा
नागार्जुन बी गौड़ा ने नीट क्वालिफाई करके मेडिकल की पढ़ाई की और डॉक्टर बन गए. इसके बाद वह जब रेजिडेंट डॉक्टर के तौर पर काम करने लगे थे. इस दौरान ही उन्होंने सिविल सेवा में जाने का फैसला लिया. आखिरकार कर्नाटक के एक छोटे से गांव में जन्मे डॉ. नागार्जुन बी गौड़ा 2018 में यूपीएससी परीक्षा पास कर ही ली. वह 418वीं रैंक के साथ आईएएस अफसर बन गए.
IAS डॉ. स्नेहा अग्रवाल
IAS ऑफिसर डॉ. स्नेहा अग्रवाल ने एम्स दिल्ली से मेडिकल की पढ़ाई की है. साल 2009 की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की, तब उन्हें 305वीं रैंक मिली थी. इसके बाद उन्होंने 2011 में यूपीएससी की परीक्षा दी और इस बार टॉप करके इतिहास ही रच दिया था.
IAS डॉ. रोमन सैनी
IAS डॉ. रोमन सैनी ही वह ऑफिसर हैं, जिन्होंने दोनों ही फील्ड में अपने नाम के झंडे गाड़े हैं. सैनी ने महज 16 साल में एम्स मेडिकल परीक्षा पास कर ली और वह 21 साल की उम्र में डॉक्टर बन गए. वह AIIMS के NDDTC विभाग में कार्यरत थे. इसके साथ ही उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी और केवल 22 साल की उम्र में वह आईएएस अधिकारी बन गए. आईएएस बनना कई लोगों के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि होती है. लेकिन रोमन ने जल्द ही अपनी नौकरी छोड़ी और अपने दोस्त गौरव मुंजाल के साथ Unacademy की स्थापना की. ये UPSC की तैयारी के लिए ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म है.
IAS डॉ. प्रियंका शुक्ला
IAS डॉ. प्रियंका शुक्ला हमेशा से ही डॉक्टर बनना चाहती थीं, लेकिन उनके पिता का ख्वाब था कि बेटी आईएएस बने. एमबीबीएस के बाद उन्होंने प्रैक्टिस शुरू कर दी. कहा जाता है कि एक बार उन्होंने एक महिला को कुछ गलत करने से रोका तो उसने उन्हें कहा कि तुम कहीं की कलेक्टर हो क्या, जो तुम्हारी बात मानें? बस क्या था डॉ. साहिबा को बात लग गई और उन्होंने नौकरी छोड़ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. साल 2009 में अपने सेकंडअटैम्प्ट में वह आईएएस बनने में कामयाब रहीं.