साक्षात् शिव माना गया है ये दुर्लभ रुद्राक्ष, देता है दुनिया मुट्टी में करने की ताकत
Ek Mukhi Rudraksha: रुद्राक्ष को बेहद पवित्र और प्रभावी माना गया है. रुद्राक्ष् शिव के आंसुओं से बने हैं. वैसे तो रुद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं लेकिन इनमें एक मुखी रुद्राक्ष सबसे ज्यादा ताकतवर और दुर्लभ होता है.
रुद्राक्ष की धारियां
हर रुद्राक्ष के एक कोने से दूसरे कोने तक धारियां बनी होती हैं. इनके आधार पर ही रुद्राक्ष की पहचान होती है. सभी प्रकार के रुद्राक्ष किसी न किसी रूप में बहुत लाभ देते हैं.
एकमुखी रुद्राक्ष मिलना दुर्लभ
सभी रुद्राक्ष में एक मुखी रुद्राक्ष को सबसे दुर्लभ माना गया है. इसे साक्षात् शिव माना गया है. एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से बेशुमार धन-दौलत और यश मिलता है. शत्रुओं का नाश होता है. एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला व्यक्ति निडर, साहसी और भाग्यशाली बनता है. इस रुद्राक्ष में दैवीय शक्तियां होती हैं. यह कुंडली के दोषों को खत्म करता है.
एकमुखी रुद्राक्ष की पहचान
जिस रुद्राक्ष में केवल एक धारी होती है. उसे एक मुखी रुद्राक्ष कहते हैं. इसका आकार गोल होता है. एकमुखी रुद्राक्ष दिखने में आधे चंद्रमा जैसा दिखता है. यह रुद्राक्ष काफी दुर्लभ होता है इसलिए यह बेहद महंगा मिलता है.
लाखों में होती है कीमत
एक मुखी रुद्राक्ष की कीमत बहुत ज्यादा होती है इसलिए इस मामले में ठगी से बचें. कई बार लोग लकड़ी पर नाग या त्रिशूल बनाकर बेच देते हैं. इससे बचें.
एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने के नियम
एकमुखी रुद्राक्ष उसी व्यक्ति को धारण करना चाहिए जो सदाचारी हो, सच्चा शिव भक्त हो और किसी भी प्रकार के नशे और गलत कामों से दूर रहे. एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने के लिए सावन महीना, सोमवार और शिवरात्रि का दिन सर्वश्रेष्ठ माना गया है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)