Megha Engineering:पिता किसान, बेटे ने बना दिया ₹67500 करोड़ का साम्राज्‍य, चुनावी बॉन्‍ड खरीद चर्चा में आए मेघा इंजीनियरिंग के पीपी रेड्डी

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से चुनावी बॉन्ड को लेकर डेटा चुनाव आयोग (Election Commission) को सौंप दिया गया है. चुनाव आयोग ने इन डेटा को अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिया है. इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वालों के नाम सामने आ रहे हैं.

बवीता झा Fri, 15 Mar 2024-4:12 pm,
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चुनावी बॉन्ड खरीदने वाले बड़े नाम

Electrol bonds MEIL: सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से चुनावी बॉन्ड को लेकर डेटा चुनाव आयोग (Election Commission) को सौंप दिया गया है. चुनाव आयोग ने इन डेटा को अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिया है. इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वालों के नाम सामने आ रहे हैं. जहां लिस्ट में लोग अंबानी, अडानी और टाटा जैसे बड़े नामों की तलाश कर रहे थे, वहां कुछ चौंकाने वाले नाम सामने आए हैं. इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाले सबसे बड़े नाम के तौर पर जहां फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विस प्राइवेट कंपनी (Future Gaming & Hotel Services Pvt Ltd) का नाम सामने आया तो वहीं हैदराबाद की कंपनी मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Megha Engineering and Infrastructure Ltd) दूसरा सबसे बड़ा नाम है. चुनावी बॉन्ड की लिस्ट सामने आते ही लोग इन कंपनियों के बारे में सर्च करने लगे हैं. 

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मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड

MEIL जिसे लोग मेघा के नाम से जानते है, उसने करीब 1200 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे. कंपनी  ने 2019 से लेकर 2023 तक 966 करोड़ रुपये का इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदा तो वहीं कंपनी से एसोसिएट तीन और कंपनियों ने 220 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदें.  1989 में शुरू हुई इस कंपनी की कमान पीपी रेड्डी के हाथों में है. पीपी रेड्डी की सफलता की कहानी दूसरों के लिए प्रेरणा है. न तो उनका कोई बिजनेस बैंकग्राउंड है, न ही पिता से विरासत में दौलत मिली है. शून्य से शिखर तक वो अपने दम पर पहुंचे हैं. 

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कौन हैं मेघा इंजीनियरिंग के मालिक पीपी रेड्डी

पीपी रेड्डी इंजीनियर और कंस्‍ट्रक्‍शन सेक्टर के दिग्ग्ज कारोबारियों में शामिल है. उनकी गिनती देश के अमीर उद्योगपतियों में होती है. फोर्ब्स के मुताबिक उनका नेटवर्थ 16,591 करोड़ रुपये से अधिक है. उन्हें वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2023 में जगह मिली थी. पीपी रेड्डी के विरासत में सिर्फ हुनर मिला है. पिता किसान थे, बचपन गरीबी में ही बिता, लेकिन उन्होंने अपनी किस्मत अपने दम पर लिखी. एक साधारण किसान परिवार से निकलकर उन्होंने 67500 करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी.  साल 1991 में उनके भतीजे पीवी कृष्णा रेड्डी भी उनके साथ कारोबार में जुड़ गए.  

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अपने दम पर खड़ा किया कारोबार

पीपी रेड्डी ने इंजीनियरिंग की. कुछ साल कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम भी किया. उन्हें समझ में आ गया था कि अगर कुछ बड़ा करना है तो अपना काम शुरू करना होगा. जो थोड़ी-बहुत सेविंग थी, उसी से दो कर्मचारियों के साथ मिलकर अपना धंधा शुरू कर दिया.  पीपी रेड्डी ने 1989 में प्लास्टिक पाइप बनाने से शुरुआत की.  34 साल तक लगातार काम करते हुए उन्होंने मेघा इंजीनियरिंग एंड प्राइवेंट लिमिटेड को आसमान की ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया. कंपनी ने सड़कों, बांधों, बुनियादी ढांचा का निर्माण किया. कंपनी ने तेलंगाना में कलेश्वरम लिफ्ट सिंचाई को पूरा कर पहचान हासिल कर ली.  इसके बाद कंपनी ने खुद को बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के निर्माण का बड़ा खिलाड़ी बना लिया. 

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67,500 करोड़ की कंपनी

13 फरवरी, 2024 तक मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर (MEIL) की मार्केट वैल्‍यू 67,500 करोड़ रुपये पहुंच गई. कंपनी के नाम पर कई बड़े प्रोजेक्ट को पूरा करने का श्रेय है. जम्मू कश्मीर के लद्दाख में बन रहे जोजिला पास टनल के निर्माण में भी मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चवर लिमिटेड का सहयोग है. कंपनी की सब्सिडियरी कंपनीOlectra Greentech को 3000 बसों का ऑर्डर मिला. कंपनी को अप्रैल 2023 में डिफेंस मिनिस्ट्री से 5000 करोड़ का वर्क ऑर्डर  मिला.  

 

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