Festival: इन त्योहारों पर भूलकर भी न बनाएं रोटी, घर से चली जाएंगी मां लक्ष्मी
Kis Din na Banayen Roti: हिंदू धर्म में आस्था रखने वालों के लिए साल भर में कई सारे व्रत-त्योहार पड़ते हैं. त्योहार लोगों के लिए खुशियों का प्रतीक होते हैं. इस दिन लोग भगवान को भोग लगाने के लिए तरह-तरह के पकवान तैयार करते हैं. भारत में रोटी प्रमुखता से खाया जाने वाला भोजन है. इसके बिना पूर्ण आहार की कल्पना ही नहीं की जा सकती है. हालांकि, हिंदू धर्म में कई ऐसे मौके और त्योहार आते हैं, जब रोटी बनाना अशुभ माना जाता है. ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और घर में दरिद्रता छाने लगती है.
दिवाली
दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से साल भर घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती है. इस दिन मां को भोग लगाने के लिए खास तरह के पकवान बनाए जाते हैं. शास्त्रों के अनुसार, इस दिन घर में रोटियां बनाने की मनाही होती है.
शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा के दिन घर में खीर और पूरी बनाने का नियम है. ऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं. ऐसे में इस दिन घर में रोटी बनाना वर्जित माना जाता है.
नागपंचमी
नागपंचमी का त्योहार 21 अगस्त 2023 को मनाया जाएगा. इस दिन घर की रसोई में तवा नहीं चढ़ाना चाहिए और रोटी नहीं बनानी चाहिए, क्योंकि तवा को राहु का रूप माना जाता है. इस दिन रोटी बनाने से मां लक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा नाराज हो जाती हैं.
शीतला अष्टमी
शीतला अष्टमी के दिन माता शीतला को बासी भोजन का भोग लगाने का नियम है और उनकी पूजा के बाद प्रसाद के रूप में बासी भोजन ही ग्रहण किया जाता है. ऐसे में इस दिन घर में ताजी रोटियां नहीं बनाई जाती हैं.
मृत्यु
घर में किसी की मौत हो जाए तो सूतक लग जाता है और कई तरह के कार्यों को करने पर रोक लग जाती है. मृत्यु के बाद सूतक काल 13 दिन का होता है और इन 13 दिन तक घर में रोटियां नहीं बनाई जाती हैं. (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)