इस मछली के दांत इंसानों से ज्यादा होते हैं मजबूत, तोते जैसी चोंच बनाती है खास, दूसरों से बचने के लिए बदलती है कई पैटर्न
Parrotfish Unknown Facts: समंदर की दुनिया आज भी इंसानों के लिए बहुत रहस्यमयी है. यहां ऐसे कई अनोखे जीव-जंतु पाए जाते हैं. ऐसा ही एक जीव मछली भी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक मछली की एक ऐसी प्रजाति भी है, जिसकी चोंच तोते जैसी होता है. आज हम आपको एक ऐसी मछली के बारे में बताएंगे, जो बहुत रंग-बिंरगी होती है. तोते की तरह नजर आने वाली इस मछली का नाम भी तोता मछली है. आइए जानते हैं पैरेटफिश से जुड़े ये दिलचस्प फैक्ट्स...
तोता मछली बहुत सुंदर समुद्री जानवर है. वे ग्रीन, रेड, यलो, ब्लू और बैंगनी कलर के शेड्स में होती हैं. रंगों का ये पैटर्न बहुत खूबसूरत होता है और ये उन्हें बदल सकती हैं.
तोता मछली
तोता मछली के बारे में एक मजेदार तथ्य है कि वे उस रेत का उत्पादन करते हैं, जिसे आप चट्टानों के चारों ओर देखते हैं. तोता मछली एक उत्साही मूंगा कार्यकर्ता है, जो मूंगा चट्टानों की पुनर्प्राप्ति प्रक्रिया में शामिल है.
पैरटफिश कोरल रीफ आवास में रहती हैं. वहीं उथले पानी की इस मछली की 80 प्रजातियां मिलती हैं. इनमें से अधिकांश प्रशांत महासागर में पाई जाती हैं. मैक्सिकन कैरिबियन में तोता मछली की 14 प्रजातियां हैं.
इन पर हुई रिसर्च पर आधारित रिपोर्ट्स से पता चलता है कि पैरेटफिश का प्रमुख खाना कोरल और उस पर जमा हुआ शैवाल और काई होता है. अपने भोजन को खाने के लिए तोत फिश अपनी मजबूत चोंज का इस्तेमाल करती हैं.
वैज्ञानिकों का मानना है कि कुछ तोता मछलियां बलगम से घिरी हुई सोती हैं, जो उनके गलफड़ों के पीछे मौजूद ग्रंथियों से आता है. ये बुलबुले आराम करने वाले ताबूत के रूप में काम करते हैं, जो मछलियों को खून चूसने वाले परजीवियों और खतरनाक शिकारियों से बचाते हैं.
अपनी मर्जी से बदल सकती है रंग
तोता मछली के मुख्य शिकारियों में मोरे ईल, शार्क और ग्रुपर्स शामिल हैं. इनका शिकार करने वाले जानवरों में स्नैपर और बड़ी रीफ मछलियां शामिल हैं. तोता मछली की एक और खूबी है कि वो अपने आसपास के माहौल में घुलने मिलने जाने और खतरे से बचने के लिए अलग-अलग पैटर्न अपना सकती हैं. हालांकि, ऐसी कुछ ही प्रजातियां कर सकती हैं.
बहुत सारे होते हैं तोता मछली के दांत
तोता मछली में करीब 1,000 छोटे दांत होते हैं, जो लगभग 15 पंक्तियों में होते है. इस मछली के दांत दुनिया के सबसे मजबूत बायोमिनरल में से एक फ्लोरापेटाइट से बने हैं. दांतों की ये पंक्तियां लगातार पुनर्जीवित होती रहती हैं.
सुपर स्ट्रॉन्ग चोंच
ये आपस में इस तरह जुड़े होते हैं कि ऐसा लगता है मानो हर एक दांत को दूसरे दांतों के साथ चिपकाया गया हो. ये चांदी-सोने जैसी धातुओं से ज्यादा सख्त होते हैं और बहुत ज्यादा दबाव भी झेल सकते हैं. वे हड्डियों से घिरे होते हैं, जिससे एक सुपर स्ट्रॉन्ग चोंच बनती है.
सबसे मजबूत दांत
वैज्ञानिकों के मुताबिक उनके दांत 530 टन तक का दबाव झेल सकते हैं. इस तरह से समझ सकते हैं कि एक पूरी तरह से भरा हुआ बोइंग 747 भी 400 टन से ज्यादा भार नहीं उठा सकता. अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि तोता मछली के दांत कितने मजबूत होते हैं.
फीमेल से बन जाती है मेल
वहीं, कुछ तोता मछलियों के रंग तब भी बदलते हैं, जब वे मादा से नर में सेक्स बदल लेती हैं, जिसे प्रोटोगिनस हेर्मैप्रोडिटिज़्म कहा जाता है. हालांकि, इसकी ज्यादातर प्रजातियों में मादा और नर का मिश्रण पैदा होती है, लेकिन जरूरत पड़ने पर मादा अपना सेक्स बदल सकती हैं.