किसी मॉडल से कम नहीं हैं ये IAS अफसर, आप खुद ही देख लीजिए
UPSC सिविल सेवा एग्जाम क्लियर करना आसान नहीं है. कई बार कैंडिडेट्स को एक दो या तीन अटेम्प्ट में प्रयास करने के बाद भी असफलता हाथ लगती है. हालांकि आज हम यूपीएससी सीएसई परीक्षा एक या दो नहीं बल्कि पांच बार असफलता झेलकर भी नहीं टूटने वाली महिला अफसर की बात कर रहे हैं. इन अफसर का नाम है प्रियंका गोयल.
12वीं की यहां से की पढ़ाई
प्रियंका गोयल दिल्ली की रहने वाली हैं. उन्होंने पीतमपुरा के महाराजा अग्रसेन मॉडल स्कूल से 12वीं तक पढ़ाई की है. इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के केशव महाविद्यालय से कॉमर्स में बैचलर्स की डिग्री हासिल की. ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी होने के बाद से ही वह सरकारी नौकरी के लिए UPSC की तैयारी में जुट गई थीं.
6 अटेंप्ट में बनीं अफसर
प्रियंका गोयल ने यूपीएससी परीक्षा के टोटल 6 अटेंप्ट दिए थे. अगर वह UPSC सीएसई 2022 में असफल हो जातीं तो सरकारी अफसर बनने का उनका ख्वाब अधूरा रह जाता.
ऑप्शनल सब्जेक्ट
प्रियंका गोयल का ऑप्शनल विषय पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन था. इसमें उन्होंने 292 मार्क्स हासिल किए थे. प्रियंका ने एक इंटरव्यू में बताया था कि यूपीएससी परीक्षा का उनका यह सफर बहुत मुश्किल था. उन्हें यह भी नहीं पता था कि वह कभी सफल हो भी पाएंगी या नहीं.
पहले अटेंप्ट में प्री भी नहीं हुआ था क्लियर
UPSC परीक्षा के पहले प्रयास के दौरान प्रियंका गोयल को सिलेबस की सही जानकारी नहीं थी. इसमें वह प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर पाई थीं. दूसरे प्रयास मे वह 0.7 मार्क्स से कट ऑफ लिस्ट में जगह बनाने से चूक गई थीं.
थर्ड अटेंप्ट में मेंस तक पहुंचीं लेकिन असफल रहीं
अपने तीसरे प्रयास में वह यूपीएससी मेंस परीक्षा में फेल हो गई थीं. चौथे में CSAT में पीछे रह गई थीं. 5वें में कोविड काल में उनकी मां के 80% लंग्स डैमेज हो गए थे. इस प्रयास में भी वह प्रीलिम्स क्लियर नहीं कर पाई थीं.
आखरी अटेंप्ट और बन गईं अफसर
इतने सालों में उन पर सोसाइटी और शादी का प्रेशर भी बढ़ने लगा था. उनके पास सिर्फ एक अटेंप्ट बचा था और इसमें उन्हें अपनी काबिलियत साबित कर अपना फ्यूचर सेट करना था. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और 2022 यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने 369वीं रैंक हासिल कर ली.