AC कोच में सफर और किराया सिर्फ 68 पैसा/किमी...ये है `सबसे सस्ती ट्रेन`, रफ्तार में राजधानी-वंदेभारत को देती है टक्कर, टिकट हमेशा हाउसफुल
India cheapest Train Ticket: भारतीय रेलवे की ट्रेनों में कोच और सुविधाओं के हिसाब से टिकट का किराया होता है. स्लीपर और जनरल कोच के मुकाबले एसी कोच का किराया अधिक होता है.
India cheapest Train Ticket
India cheapest Train Ticket: भारतीय रेलवे की ट्रेनों में कोच और सुविधाओं के हिसाब से टिकट का किराया होता है. स्लीपर और जनरल कोच के मुकाबले एसी कोच का किराया अधिक होता है. एसी कोच में एसी ट्रेनों का किराया स्लीपर की तुलना में दोगुना से भी अधिक होता है, इसलिए लोग अपनी जेब देखकर कोच का चयन करते हैं, लेकिन आज जिस ट्रेन के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, उस ट्रेन को गरीबों की 'राजधानी एक्सप्रेस' कहा जाता है.
देश की सबसे सस्ती ट्रेन
वंदे भारत एक्सप्रेस, नमो भारत, राजधानी, शताब्दी जैसी ट्रेनें भारतीय रेलवे की शान है. साल भर इन ट्रेनों में टिकट फुल रहती है. डिमांड और सीट की उपलब्धता के हिसाब से ट्रेनों में डायनेमिक फेयर है, इसलिए कई बार तो इन ट्रेनों का किराया फ्लाइट टिकट के बराबर तक पहुंच जाता है, लेकिन जिस ट्रेन के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं वो देश की सबसे 'सस्ती ट्रेन' है. इस एसी कोच वाले ट्रेन का किराया सबसे कम है. किराया कम है, इसका मतलब ये नहीं कि इसकी रफ्तार कम है. स्पीड के मामले में तो ये ट्रेन वंदे भारत और राजधानी एक्सप्रेस को चुनौती देती है.
गरीबों की राजधानी एक्सप्रेस
राजधानी, शताब्दी और वंदे भारत जैसी ट्रेनें की तरह की यह ट्रेन पूरी तरह से एयर कंडीशन है, लेकिन किराए के मामले में इन ट्रेनों से काफी सस्ती है. भारत में महंगे ट्रेनों की कमी नहीं है, एक से बढ़कर एक लग्जरी ट्रेनें है, लेकिन आज बात उस ट्रेन की, जो फुली एयर कंडीशन होने के बावजूद भी किराए में सबसे कम है. इसे देश की सबसे सस्ती ट्रेन के तौर पर जाना जाता है.
किस्सा गरीब रथ का
भारत की सबसे सस्ती ट्रेन का खिताब गरीब रथ के नाम है. इस एसी कोच वाली ट्रेन का किराया सिर्फ 68 पैसे प्रति किलोमीटर है. इस किराए में आप AC कोच में कही भी सफर कर सकते हैं. फुली एसी कोच वाले इस ट्रेन को गरीबों की राजधानी एक्सप्रेस बोला जाता है. कम पैसे में लोगों को एसी कोच में सफर का आनंद देने के लिए इस ट्रेन की शुरुआत की गई थी.
सबसे पहली गरीब रथ
साल 2006 में सबसे पहले इस ट्रेन को बिहार के सहरसा से अमृतसर के लिए चलाया गया था. आज ये ट्रेन अलग-अलग शहरों के बीच 26 रूटों पर चलती है. दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-चेन्नई, पटना-कोलकाता जैसे अहम रास्तों पर चलती हैं. सालभर इस ट्रेन में भीड़ बनी रहती है. कंफर्म टिकट मिल पाना मुश्किल होता है.
स्पीड में वंदे भारत को टक्कर
वंदे भारत एक्सप्रेस की स्पीड वैसे तो 160 किमी प्रति घंटे ही है, लेकिन मौजूदा वक्त में वंदेभारत ट्रेनों की औसत स्पीड 66 से 96 किमी प्रति घंटे तक है. जबकि गरीब रथ ट्रेन औसतन 70 से 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती है.
सबसे लंबी दूरी वाली गरीब रथ
चेन्नई से दिल्ली के हजरत निजामुद्दीनके बीच चलने वाली गरीब रथ देश की सबसे लंबी दूरी वाली गरीब रथ एक्सप्रेस है, जिसका किराया 2075 किमी है. ये ट्रेन चेन्नई से दिल्ली की दूरी तो 28 घंटे 30 मिनट में पूरा करती है. इस ट्रेन का किराया 1500 रुपये है.
राजधानी को भी करती है पस्त
अगर किराए और समय की बात करें तो इसी रूट पर राजधानी एक्सप्रेस 28.25 घंटे का समय लेती है. जबकि राजधानी एक्सप्रेस के थर्ड एसी का किराया 4210 रुपये है. यानी गरीब रथ से करीब तीन गुना किराया.
68 पैसे प्रति किलोमीटर में एसी का सफर
अगर आप दिल्ली से चेन्नई की दूरी देखे तो करीब 2180 किलोमीटर है. अगर आप गरीब रथ से सफर करते हैं तो 1500 रुपये किराया लगता है. यानी इस हिसाब से आपको प्रति किलोमीटर का किराया करीब 68 पैसे पड़ता है. यानी गरीब रथ में एसी कोच में सफर का किराया मात्र 68 पैसा प्रति किमीमीटर पड़ता है. आप इतने कम पैसे में दुनिया के किसी भी कोने में सफर की कल्पना नहीं कर सकते हैं.
क्यों कम है किराया
किराया सुविधाओं के हिसाब से तय होता है. राजधानी एक्सप्रेस के मुकाबले गरीब रथ में सुविधाएं कम है. इस ट्रेन की शुरुआत ही इसलिए की गई थी, ताकि गरीब और निम्न आय वाले भी एसी सफर का आनंद ले सके. इसलिए इस ट्रेन में न्यूनतम सुविधाओं के साथ सफर किया जाता है.