Vande Bharat Sleeper: पहली बार सामने आईं वंदे भारत स्लीपर कोच के अंदर की तस्वीरें! इसके आगे राजधानी भी `फेल`
Vande Bharat Sleeper Coach Photos: पिछले दिनों रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि वंदे भारत स्लीपर का पहला प्रोटोटाइप तैयार है और जल्द ही ट्रायल रन शुरू किया जाएगा. लंबे रूट पर चलने वाली नई ट्रेन यात्रियों को राजधानी एक्सप्रेस के मुकाबले रफ्तार, सेफ्टी, पैसेंजर सुविधा और कई मामलों में बेहतर अनुभव देगी. ट्रेन अभी आईसीएफ चेन्नई के पास है जहां इसकी क्वालिटी चेकिंग चल रही है. आईसीएफ की मंजूरी के बाद पहली वंदे भारत स्लीपर आरडीएसओ की तरफ से फील्ड ट्रायल से गुजरेगी. इसके बाद इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा. आइए देखते हैं वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के फीचर्स-
नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ने में सक्षम है. यह भारतीय रेलवे की तरफ से दी गई अनुमति के आधार पर अधिकतम 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी. तेजी से बढ़ने और धीमा होने के कारण वंदे भारत स्लीपर का लक्ष्य प्रीमियम राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के मुकाबले में ज्यादा औसत गति रखना है.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के पहले प्रोटोटाइप में 16 यात्री कोच शामिल हैं. कॉन्फिगरेशन में 11 एसी 3 टियर कोच, 4 एसी 2 टियर कोच और एक सिंगल एसी फर्स्ट क्लास कोच शामिल है.
वंदे भारत स्लीपर में भारतीय रेलवे की तरफ से कई पैसेंजर सेंट्रिक सुविधाओं को शामिल किया गया है. इन सुविधाओं में नाइट इलुमिनेशन, विजुअल डिस्पले के अलावा इंटीग्रेटेड पब्लिक अनाउंसमेंट, सिक्योरिटी कैमरे, मॉड्यूलर पैंट्री फैसिलिटी और अलग-अलग अतिरिक्त सुविधाएं शामिल हैं.
वंदे भारत स्लीपर स्पेशल कपलर्स के साथ झटके मुक्त यात्रा का अनुभव देती है. डिजाइन में अप्रत्याशित घटनाओं के दौरान यात्री सुरक्षा बढ़ाने के लिए 'क्रैशवर्थी' कम्पोनेंट को भी शामिल किया गया है.
नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में यात्री आराम बढ़ाने के लिए यूरोपीय ट्रेनों के डिजाइन एलीमेंट शामिल किये गए हैं. कोच में एडवाइंस एमिनिटीज को शामिल किया गया है. बर्थ में आरामदायक यात्रा के लिए एक्सट्रा पैडिंग की गई है. अपर बर्थ पर चढ़ने के लिए सीढ़ी को यात्रियों के अनुकूल बनाया गया है.
नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए KAVACH ट्रेन टक्कर रोधी सिस्टम से लैस होंगी. ट्रेन ऊर्जा दक्षता के लिए री-जेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम का भी यूज करती है.
नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में एयरक्रॉफ्ट स्टाइल मॉड्यूलर बायो-वैक्यूम टॉयलेट लगे होंगे. विकलांग यात्रियों के लिए स्पेशल रूप से टॉयलेट को डिजाइन किया गया है. इसमें बच्चों के नैपी बदलने वाला स्टेशन भी दिया गया है. एसी फर्स्ट क्लॉस के कोच के टॉयलेट में गर्म पानी की सुविधा वाला शॉवर कम्पार्टमेंट होगा.
नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के कोच में ऑटोमेटिक इंटरकनेक्टिंग दरवाजे हैं. धूल मुक्त वातावरण और कुशल एयर कंडीशनिंग सुनिश्चित करने के लिए गैगवे भी पूरी तरह से सील कर दिए गए हैं.
नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में पर्सनल पढ़ने के लिए लाइटें, मोबाइल फोन और लैपटॉप के लिए पावर आउटलेट, जलपान के लिए टेबल और दूसरी सुविधाएं होंगी. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में सर्वश्रेष्ठ जीएफआरपी पैनल इंटीरियर होगा. एग्जिट डोर ऑटोमेटिक रूप से केवल स्टेशन पर खुलते हैं.
वंदे भारत स्लीपर में एयर कंडीशनिंग, सैलून लाइटिंग जैसी यात्री सुविधाओं की बेहतर स्थिति की निगरानी के लिए एक सेंट्रलाइज्ड मॉनीटरिंग सिस्टम है. नई ट्रेन में इमरजेंसी में यात्रियों और लोको पायलट के बीच बातचीत के लिए इमरजेंसी टॉक-बैक यूनिट होंगी.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप मौजूदा समय में आईसीएफ चेन्नई में है, जहां इसका क्वालिटी चेक चल रहा है. आने वाले दिनों में यह पूरी होने के बाद ट्रेन को फील्ड ट्रायल के लिए आरडीएसओ भेजा जाएगा. अगले 2-3 महीनों में ट्रायल पूरा होने के बाद नई ट्रेन को यात्रियों के लिए हरी झंडी दिखाये जाने की उम्मीद है.