Jama Masjid : बदल जाएगी सदियों पुरानी जामा मस्जिद की सूरत, ऐसी है तैयारी
Jama Masjid News : दिल्ली में करीब 300 साल पुरानी यानी सदियों पुरानी जामा मस्जिद और उसके आसपास के पुनर्निर्माण करने की प्लानिंग है. इस काम के लिए नया सलाहकार वास्तुकार नियुक्त किया है. नई योजना का मकसद मस्जिद के आसपास की चुनौतियों का समाधान करना और ऐतिहासिक क्षेत्र में सुधार करना है. क्या है प्लान और कैसे बदलाव प्रस्तावित हैं, आइए जानते हैं.
जामा मस्जिद को लेकर ऐसी हैं तैयारियां
शाहजहानाबाद पुनर्विकास निगम (SRDC) ने 300 साल पुरानी जामा मस्जिद (Jama Masjid) और उसके आसपास के पुनर्निर्माण के लिए एक नए सलाहकार वास्तुकार की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. SRDC के निर्देश पर PWD विभाग अब पुनर्विकास कार्य को अंजाम देगा.
निगम ने कसी कमर
SRDC ने नए आर्किटेक्ट्स को चांदनी चौक की पुनर्विकसित मुख्य सड़क पर वर्तमान में आने वाली कमियों और समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पुनर्विकास योजना तैयार करने के लिए कहा है.
तीन साल की मियाद
जामा मस्जिद के रिडेवलपमेंट प्लान 12 हेक्टेयर में फैला है. इसमें करीब 3 साल का वक्त लगेगा. प्रस्तावित रिडेवलपमेंट में वॉकवे, टूरिस्ट इंटरपटेशन सेंटर, मल्टी पर्पज एक्टिविटी के लिए प्लाजा, कम्युनिटी यूज के लिए ओपन स्पेस, पार्किंग, सिक्योरिटी और इन्फॉर्मेशन पोस्ट, महिलाओं और पुरुषों के लिए यूटिलिटी, ट्री प्लांटेशन शामिल है.
प्रोजेक्ट में आएगी तेजी
इससे पहले इससे पहले 2018 में, तत्कालीन उपराज्यपाल अनिल बैजल ने निगम को, जो कि वाल्ड सिटी के पुनर्विकास पर नोडल एजेंसी है, को परियोजना में तेजी लाने का निर्देश दिया था.
सबसे बड़ी समस्या
पुरानी दिल्ली इलाके की एक बड़ी समस्या बिजली के नीचे लटकते तार हैं. टेलीकॉम केबल, विद्युत केबल और हाईटेंशन लाइनों को भूमिगत करने का काम पीडब्ल्यूडी करेगा. मौजूदा योजना के मुताबिक, पीडब्ल्यूडी मुख्य मस्जिद के आसपास के क्षेत्र में शेख कलीमुल्लाह, उबरे शाह, जनरल शाह, नवाज खान की दरगाहों के नवीनीकरण का काम करेगा. इसके साथ ही मीना बाजार का पुनर्वास भी करेगा.