Photos: लाल चिनार और बर्फबारी.. कश्मीर में शरद ऋतु का जादू, घाटी के इश्क में डूबे पर्यटक
Tourist attractions in Kashmir: श्रीनगर में बर्फबारी के साथ शरद ऋतु का अंत हो जाएगा. ऊंचे इलाकों में बर्फबारी पहले ही शुरू हो चुकी है. मौसम विभाग ने नवंबर में मैदानी इलाकों में भी बर्फबारी की संभावना जताई है. पर्यटक इन पलों का पूरा आनंद लेने के लिए घाटी में पहुंच रहे हैं. यह मौसम कश्मीर पर्यटन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है.
लाल रंग में बदलते चिनार के पेड़
जब कश्मीर घाटी में चिनार के पेड़ लाल रंग में बदलते हैं, तो यह स्थान दुनिया के सबसे सुंदर शरद ऋतु स्थलों में शुमार हो जाता है. हरे से लाल और फिर भूरे रंग में बदलती इन पत्तियों का जादू पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है. पेड़ों से पत्तियों का गिरना और उनके कुरकुरे एहसास पर चलने का अनुभव दुनिया भर के पर्यटकों को खासतौर पर यहां खींच लाता है. इस मौसम में, घाटी के बागानों और जंगलों की प्राकृतिक सुंदरता देखने लायक होती है.
अजूबा हैं चिनार के पेड़
चिनार के पेड़ अपनी बड़ी और रंगीन पत्तियों के लिए जाने जाते हैं. इनके बदलते रंग और आकार का कोई अन्य विकल्प नहीं है. निशात बाग, शालीमार बाग, नसीम बाग और चिनार बाग जैसे प्रसिद्ध उद्यान इन दिनों पर्यटकों से भरे रहते हैं. ज़बरवान पहाड़ियों की पृष्ठभूमि के साथ, इन बागों में लाल कालीन सी पत्तियों की चादर बिछी रहती है. पर्यटक खासतौर पर इन दृश्यों का आनंद लेने और प्रकृति की इस अनोखी कृति को देखने आते हैं.
पर्यटकों की प्रतिक्रियाएं
जयपुर से आए गौतम और उनकी पत्नी वंदना ने इस मौसम को अद्भुत बताया. गौतम का कहना है कि "कश्मीर में हर मौसम का अपना जादू है, लेकिन शरद ऋतु का जादू इन पत्तों में छिपा है." वंदना ने पहली बार चिनार के पेड़ों और उनकी पत्तियों का अनुभव किया और इसे बेहद खास बताया. वहीं, मुंबई से आए तजेश ने कहा कि उन्होंने इसे तस्वीरों में देखा था, लेकिन इसे असलियत में देखना अद्भुत है.
शरद ऋतु के लिए खास तैयारियां
कई पर्यटक सिर्फ शरद ऋतु का अनुभव लेने के लिए महीनों पहले से अपनी यात्रा की योजना बनाते हैं. चूंकि भारत के अधिकांश हिस्सों में चार मौसम नहीं होते, इसलिए कश्मीर घाटी का यह मौसम पर्यटकों के लिए बेहद खास है. पर्यटन विभाग भी इस मौसम का प्रचार कर रहा है. सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग शरद ऋतु में यहां की रील और वीडियो बनाकर इसे और अधिक लोकप्रिय बना रहे हैं.
पर्यटन का बढ़ता आंकड़ा
इस साल अब तक कश्मीर घाटी में 1.9 करोड़ पर्यटक आ चुके हैं. सिर्फ शरद ऋतु की शुरुआत के दो हफ्तों में ही लगभग दो लाख पर्यटक श्रीनगर के बागानों की सैर कर चुके हैं. चिनाई से आई पर्यटक कृतिका ने इसे "बेहतरीन अनुभव" बताया. वह कहती हैं कि कश्मीर के इस मौसम को देखना और महसूस करना जिंदगी में एक बार जरूर होना चाहिए.