Kisan Andolan: किसान आंदोलन का 7वां दिन, मांगों पर अब भी अड़े अन्नदाता; तस्वीरों में देखें बॉर्डर का सीन
Kisan Andolan 7th day: किसान आंदोलन का आज सोमवार को 7वां दिन है. दिल्ली से सटी सीमा पर हजारों की संख्या में किसान अब भी डटे हुए हैं. रविवार की बात करें तो सीमा पर किसान शांत दिखे. पुलिस की तरफ से भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. शांति इसलिए भी थी क्योंकि सभी किसानों की नजर रविवार रात केंद्रीय मंत्रियों के साथ हुई बैठक के फैसले पर थी. चौथे दौर की बैठक के बाद भी सरकार के साथ सहमति नहीं बनी तो आज सोमवार को किसान दिल्ली मार्च तेज कर सकते हैं.
केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक से पहले किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने अपील की थी कि पीएम मोदी खुद किसानों से बात करें. उनकी बातों को समझें. हम सब समाधान चाहते हैं.
किसान अपनी कई मांगों को लेकर सरकार पर दवाब बनाने की कोशिश कर रहे हैं. सरकार की ओर से कई मांगें मान ली गई हैं, लेकिन कुछ मांगों पर पेंच फंसा हुआ है.
किसान MSP की गारंटी चाहते हैं. 60 साल से ज्यादा के किसानों के लिए 10 हजार पेंशन की मांग है. मनरेगा में हर साल 200 दिन का काम और 700 रुपये मजदूरी की भी मांग है.
इस बीच सरकार ने पंजाब के 7 जिलों पटियाला, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, बठिंडा, मानसा, मोहाली और मुक्तसर में 24 फरवरी तक इंटरनेट बंद कर दिया है.
हरियाणा के 7 जिलों में 19 फरवरी की रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद रहा. इन जिलों में अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा शामिल थे.
किसान नेताओं ने कहा कि उन्हें हर राज्य से समर्थन मिल रहा है. उनका आंदोलन मजबूत हो रहा है. बातचीत से मसला नहीं हल हुआ तो वे दिल्ली कूच जरूर करेंगे.