Arvind Kejriwal: सोनिया के साइड में सुनीता, प्रियंका की गुफ्तगू और मोदी सरकार पर हमला...रामलीला मैदान में INDIA ने दिखाई ताकत
Loktantra Bachao rally: आज रविवार को दिल्ली से मेरठ तक सियासी सूरमाओं की दंगल दिखी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ विपक्ष दिल्ली के रामलीला मैदान में जुटा था.
आज रविवार को दिल्ली से मेरठ तक सियासी सूरमाओं की दंगल दिखी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ विपक्ष दिल्ली के रामलीला मैदान में जुटा था. तो मेरठ में पीएम मोदी और सीएम योगी समेत भाजपा के तमाम दिग्गजों का जमावड़ा दिखा.
रामलीला मैदान में एक दर्जन से अधिक विपक्षी नेता ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के रवैये पर हताशा जताई.
रामलीला मैदान में 'लोकतंत्र बचाओ' रैली में शामिल होने वाले विपक्षी नेताओं में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, पंजाब के सीएम भगवंत मान, अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन, चंपई सोरेन, उद्धव ठाकरे, महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला और कई दिग्गज नेता मौजूद रहे.
सुनीता केजरीवाल ने पति अरविंद केजरीवाल का मैसेज देते हुए कहा कि अत्याचार नहीं चलेगा और अरविंद केजरीवाल को लंबे समय तक सलाखों के पीछे नहीं रखा जा सकता. सुनीता ने लोगों से यह भी सवाल किया कि क्या केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
इंडिया अलायंस के घटक दलों ने पांच सूत्री मांगें भी रखीं, जिनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तत्काल रिहाई की मांग भी शामिल है.
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘निर्वाचन आयोग को लोकसभा चुनावों में समान अवसर सुनिश्चित करना चाहिए. निर्वाचन आयोग को चुनाव में हेराफेरी करने के उद्देश्य से विपक्षी दलों के खिलाफ जांच एजेंसियों द्वारा की जानी वाली कार्रवाई रोकनी चाहिए. हेमंत सोरेन जी और अरविन्द केजरीवाल जी की तुरंत रिहाई की जाए. चुनाव के दौरान विपक्षी राजनीतिक दलों का आर्थिक रूप से गला घोंटने की जबरन कार्रवाई तुरंत बंद होनी चाहिए.’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि जब तक प्रधानमंत्री मोदी और उनकी विचारधारा को सत्ता से नहीं हटाया जाएगा, तब तक देश में सुख और समृद्धि नहीं आ सकती. उन्होंने यह भी कहा कि संविधान बचाने और लोकसभा चुनाव में जीत के लिए विपक्षी दलों को एकजुट होकर लड़ना है.