206 घंटे का सफर, 87 शहर और 16 नदियों को पार करती है ट्रेन, ये है दुनिया का सबसे लंबा रेल सफर
ट्रांस-साइबेरियन रेलवे की शुरुआत साल 1916 में हुई थी और आज भी चालू है. यह ट्रेन मॉस्को से व्लादिवोस्तोक तक जाती है. इस दौरान यह ट्रेन 142 रेलवे स्टेशनों और 87 शहरों से होकर गुजरती है.
Worlds longest railway route
इस भागदौड़ वाली जिंदगी में अगर आप चाहते हैं कि दुनिया की गति धीमी हो तो आपको दुनिया के सबसे लंबे रेल सफर पर निकलना चाहिए. इस सफर में एक या दो दिन नहीं बल्कि पूरे 7 दिन का वक्त लगेगा. इसके बावजूद आप बोर नहीं होंगे क्योंकि नेचर की खूबसूरती के बीच आपका यह सफर सबसे यादगार होगा.
दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन जर्नी ट्रांस-साइबेरियन रेलवे लाइन है जो उत्तर कोरिया के प्योंगयांग को रूस के मॉस्को से जोड़ती है. ट्रांस-साइबेरियन रेलवे लाइन की कुल लंबाई 10214 किमी है. बुलेट ट्रेन और वंदे भारत एक्सप्रेस की तुलना में इस रूट पर ट्रेन कम स्पीड में चलती है.
ट्रांस-साइबेरियन रेलवे लाइन की एक खासियत यह भी है कि यह सिंगल लेन है यानी एक बार में या तो ट्रेन जा सकती है या तो आ सकती है. ट्रांस-साइबेरियन रेलवे की शुरुआत साल 1916 में हुई थी और आज भी चालू है. यह ट्रेन मॉस्को से व्लादिवोस्तोक तक जाती है. इस दौरान यह ट्रेन 142 रेलवे स्टेशनों और 87 शहरों से होकर गुजरती है.
चूंकि, यह रेलवे लाइन उत्तर कोरिया के प्योंगप्योंग शहर तक जाती है लेकिन उत्तर कोरिया की सीमा में तुमांगन रेलवे स्टेशन से ट्रेन बदलनी पड़ती है. उत्तर कोरिया से महीने में यह दो ट्रेन चलती है जबकि रूस के मॉस्को से चार ट्रेनें चलती हैं. इस पूरी यात्रा में 206 घंटे 35 मिनट का समय लगता है.
यह यात्रा कितनी लंबी है इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि इस दौरान ट्रेन कुल 16 नदियों को पार करती है. इन नदियों में दुनिया की सातवीं सबसे लंबी नदी ओब नदी भी शामिल है. इसके अलावा येनिसी नदी भी है जो आर्कटिक महासागर में बहने वाली सबसे बड़ी नदी है.