MBA Course: ग्रेजुएशन के बाद मोटी सैलरी वाली जॉब चाहिए तो कर लें एमबीए, इस कोर्स के हैं और भी कई फायदे
MBA Course: हर साल लाखों युवा एमबीए कोर्स में एडमिशन लेते हैं. आईआईएम और देश के प्रतिष्ठित मैनेजमेंट संस्थानों में कैट के आधार पर एडमिशन मिलता है. एमबीए को लेकर पूरी दुनिया के युवाओं में क्रेज है, यह हमेशा से ही सबसे ज्यादा किया जाने वाला ट्रेंडिंग कोर्स रहा है. आप अपनी पसंद के मुताबिक किसी भी स्ट्रीम में एमबीए कर सकते हैं. आज के समय में यह कोर्स स्टूडेंट्स की जरूरत के मुताबिक भी कस्टमाइज किए जाने लगे हैं. एमबीए करने और भी कई बड़े फायदे हैं. यहां जानिए इसके बारे में...
करियर ग्रोथ
यह डिग्री किसी को भी मैनेजमेंट सेक्टर की हाई पोजिशन पर पहुंचाने में बहुत मददगार साबित होती है. एमबीए कोर्स में लीडरशिप, स्ट्रैटेजिक थिंकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स सिखाने पर खास फोकस होता है.
नेटवर्किंग
आप अपने बैचमेट्स, एक्स स्टूडेंट्स और मैनेजमेंट एक्सपर्ट के साथ जुड़कर अच्छा नेटवर्क बना सकते हैं. मैनेजमेंट की पढ़ाई करके आप अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं.
नॉलेज और स्किल्स
एमबीए में आपको लेटेस्ट बिजनेस ट्रेंड, टूल्स और टेक्नीक्स के बारे में जानने का मौका मिलता है. अलग-अलग प्रोजेक्ट्स पर काम करने से आपमें सेल्फ कॉन्फिडेंस, कम्युनिकेशन और टीम वर्क जैसी स्किल्स डेवलप होती हैं, जो हर जगह काम आती हैं.
बेस्ट करियर ऑप्शन
एमबीए करने के बाद आपको रिसर्च प्रोजेक्ट और इनोवेशन करने का मौका मिलता है. कोर्स में एआई, ब्लॉकचेन जैसी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के बारे में भी पढ़ाया जाता है.
प्लेसमेंट की भरमार
टॉप लेवल की कंपनियां भारतीय बी-स्कूलों में प्लेसमेंट के जरिए स्टूडेंट्स को अच्छा पैकेज ऑफर करती हैं. इसके अलावा आप सरकारी सेक्टर में नौकरी कर सकते हैं. रेलवे, बैंक और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में भी एमबीए डिग्री होल्डर्स के लिए अच्छे मौके होते हैं. साथ ही आप विदेश में इंटर्नशिप और एक्सचेंज प्रोग्राम में शामिल हो सकते हैं.
जॉब प्रोफाइल
एमबीए के बाद नौकरी मिलना और भी आसान हो जाता है. ज्यादातर कंपनियां एमबीए पासआउट को सीनियर पोजिशन ऑफर करती हैं.
मोटी कमाई के मिलते हैं मौके
भारत में एमबीए पासआउट की एवरेज सालाना सैलरी 8-20 लाख रुपये है. वहीं, टॉप मैनेजमेंट कॉलेज से एमबीए करने वाले युवाओं को 20 लाख तक का पैकेज आसानी से मिल सकता है. इसके अलावा आपके पास विदेशों में जॉब पाने के चांसेज भी बढ़ जाते हैं.