चाहे कहीं से भी किया हो MBA, इन 6 फील्ड में करियर बनाने से मिलेगी लाखों-करोड़ों में सैलरी, सेट हो जाएगा फ्यूचर
Best Career Options After MBA: जो छात्र MBA करने की सोच रहें या एमबीए कर चुके हैं, उन्हें आज हम उन 6 करियर ऑप्शन के बारे में बताएंगे, जिनमें करियर बनाकर वे महीने की लाखों रुपये सैलरी कमा सकते हैं. आप चाहे किसी भी कॉलेज से MBA क्यों ना किया हो, आप बेहतर स्किल के साथ एक सफल करियर बना सकते हैं.
1. मैनेजमेंट कंसल्टेंट (Management Consultant)
एमबीए ग्रेजुएट्स के लिए सबसे आम करियर ऑप्शन में से एक मैनेजमेंट कंसल्टेंट है. एक मैनेजमेंट कंसल्टेंट के रूप में, आप किसी कंपनी की परफॉर्मेंस को प्रभावित करने वाले मुद्दों की पहचान करेंगे और उन्हें हल करने के तरीके सुझाएंगे. इस भूमिका में स्थिति को एनालाइज करने के लिए कर्मचारियों और ग्राहकों से डेटा इकट्ठा करना, प्रॉब्लम को एड्रेस करने के लिए तैयार की गई स्ट्रेटजी डेवलप करना और प्रोफिट व ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए नए प्रोसेस को लागू करना शामिल है. इस भूमिका में सफल होने के लिए, एनालिटिकल थिंकिंग, कम्युनिकेशन, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और प्रॉब्लम सॉल्विंग जैसी स्किल होना महत्वपूर्ण है. ये स्किल चुनौतीपूर्ण समय में कंपनियों को सुचारू रूप से गाइड करने में मदद करती हैं.
शुरुआती सैलरी: 8-15 लाख रुपये प्रति वर्ष. हालांकि, टॉप कंपनियां प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूलों से ग्रेजुएट्स के लिए 25-30 लाख रुपये की पेशकश करती हैं.
2. इन्वेस्टमेंट बैंकर (Investment Banker)
अगर आपको नंबर्स के साथ काम करना पसंद है, तो इन्वेसटमेंट बैंकिंग एक आदर्श करियर विकल्प हो सकता है. इन्वेस्टमेंट बैंकर कंपनियों को कैपिटल जुटाने और स्ट्रेटेजिक तरीके से उनके फाइनेंस की स्ट्रक्चरिंग करने में सहायता करते हैं. उनकी भूमिका में कंपनियों को मर्जर और अधिग्रहण पर सलाह देना भी शामिल है ताकि बेस्ट पॉसिबल डील सुनिश्चित की जा सके. इसके अलावा, वे लेटेस्ट मार्केट ट्रेंड के आधार पर फाइनेंशियल गाइडेंस प्रदान करते हैं. फाइनेंस की मजबूत समझ के अलावा, इस फील्ड में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए नेगोशिएशन स्किल, नेटवर्किंग एबिलिटी और एनालिटिकल स्किल होना आवश्यक है.
शुरुआती सैलरी: 10-18 लाख रुपये प्रति वर्ष.
3. एचआर मैनेजमेंट (HR Management)
एचआर मैनेजमेंट MBA ग्रेजुएट्स के लिए एक और लोकप्रिय करियर ऑप्शन है. एचआर मैनेजर भर्ती प्रक्रिया की देखरेख के लिए जिम्मेदार होते हैं, यह सुनिश्चित करते हैं कि कंपनी के कल्चर और नौकरी की आवश्यकताओं के अनुकूल उम्मीदवारों की भर्ती की जाए. वे ऑनबोर्डिंग, एंप्लॉय ट्रेनिंग और डेवलपमेंट प्रोग्राम को भी संभालते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि नए एंप्लॉय अपने रोल में अच्छी तरह से एडजस्ट हों. इसके अलावा, एचआर मैनेजर एंप्लॉय कनफ्लिक्ट को एड्रेस करते हैं, सैलरी स्ट्रक्चर को मैनेज करते हैं, लेबल लॉ के अनुपालन को सुनिश्चित करते हैं. वे एक हेल्दी वर्क एनवायरनमेंट बनाए रखने के लिए एंप्लॉयर और एंप्लॉय के बीच एक ब्रिज के रूप में कार्य करते हैं.
शुरुआती सैलरी: 7-8 लाख रुपये प्रति वर्ष, जो कंपनी के साइज के आधार पर 15 लाख रुपये तक बढ़ सकती है.
4. ऑपरेशन मैनेजर (Operations Manager)
एक ऑपरेशन मैनेजर प्रोडक्टिविटी को बढ़ावा देने और कॉस्ट को कम करने के लिए कंपनी के ऑपरेशन्स की एफिशिएंसी में सुधार करने के लिए जिम्मेदार होता है. इस रोल में रिसोर्स का मैनेजमेंट करना, खरीद की देखरेख करना और प्रोसेस को बिना देरी के सुचारू रूप से चलाना सुनिश्चित करना शामिल है. क्वालीटी कंट्रोल, बजट मैनेजमेंट, रिस्ट मैनेजमेंट और नई टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेटेड करने जैसे काम के लिए लीडरशिप और टीम मैनेजमेंट स्किल, डिटेल्स पर ध्यान और फाइनेंस की समझ आवश्यक है. समय के साथ, ऑपरेशन मैनेजर चीफ ऑपरेशन ऑफिसर (COO) या डायरेक्टर ऑफ ऑपरेशन जैसे सीनियर रोल में जा सकते हैं.
शुरुआती सैलरी: 7-15 लाख रुपये प्रति वर्ष.
5. मार्केटिंग मैनेजर (Marketing Manager)
मार्केटिंग मैनेजर किसी कंपनी के प्रोडक्ट या सर्विस को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाते हैं. उनकी जिम्मेदारियों में मार्केट रिसर्च करना, कंज्यूमर बिहेवियर को समझना और कॉम्पिटिटर्स का एनालिसिस करना शामिल है. वे विभिन्न प्लेटफॉर्म पर मार्केटिंग कैंपेन बनाते और एग्जिक्यूट करते हैं, ब्रांड की ईमेज को मैनेज करते हैं और की परफॉर्मेंस इंडिकेटर्स (KPI) का उपयोग करके स्ट्रेटजी की इफेक्टिवनेस को ट्रैक करते हैं. यह डेटा-ड्रिवन अप्रोच भविष्य के मार्केटिंग प्रयासों को बेहतर बनाने में मदद करता है.
शुरुआती सैलरी: 8-15 लाख रुपये प्रति वर्ष, बड़ी कंपनियों में 20 लाख रूपये तक पहुंचने की क्षमता.
6. प्रोडक्ट मैनेजर (Product Manager)
प्रोडक्ट मैनेजमेंट MBA ग्रेजुएट्स के लिए एक हाई डिमांड वाला करियर ऑप्शन है. प्रोडक्ट मैनेजर मार्केट रिसर्च करके, कंज्यूमर की जरूरतों को समझकर और प्रोडक्ट डेवलपमेंट के दौरान क्रॉस-फंक्शनल टीमों के साथ काम करके किसी प्रोडक्ट या प्रोडक्ट लाइन के लिए स्ट्रेटजी निर्धारित करते हैं. वे लगातार किसी प्रोडक्ट की परफॉर्मेंस की निगरानी करते हैं और आवश्यकतानुसार सुधार करते हैं. इस रोल में सफलता के लिए कंज्यूमर-फोकस्ड माइंजसेट, टेक्निकल नॉलेज और स्ट्रेटिजिक थिंकिंग महत्वपूर्ण है.
शुरुआती वेतन: 9-15 लाख रुपये प्रति वर्ष.