मोक्षदा एकादशी व्रत के दौरान करें ये 1 काम, श्रीहरि बरसाएंगे कृपा
Mokshada Ekadashi 2024: इस साल मोक्षदा एकादशी का व्रत 11 दिसंबर को रखा जाएगा. एकादशी व्रत के दौरान मौन व्रत रखना अत्यंत शुभकारी माना गया है.
![](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2024/12/06/3482048-lord-vishnu.jpg?im=FitAndFill=(1200,900))
मोक्षदा एकादशी व्रत 11 दिसंबर को रखा जाएगा. जबकि, इसका पारण 12 दिसंबर को किया जाएगा.
![](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2024/12/06/3482043-mokshada-ekadashi-1.jpg?im=FitAndFill=(1200,900))
वैदिक पंचांग के अनुसार, एकादशी तिथि 10 दिसंबर को देर रात 3 बजकर 42 मिनट से शुरू होगी. जबकि, इसका समापन 11 दिसंबर को देर रात 1 बजकर 09 मिनट पर होगा.
![](https://hindi.cdn.zeenews.com/hindi/sites/default/files/2024/12/06/3482010-mokshada-ekadashi-1.jpg?im=FitAndFill=(1200,900))
मोक्षदा एकादशी दिन मौन रहकर श्रीमद् भगवतगीता की पूजा करें. मोक्षदा एकादशी के दिन मौन रहकर श्रीहरि का स्मरण करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है.
मोक्षदा एकादशी के दिन सूर्योदय से पहले स्नान करें. इसके बाद मौन व्रत का संकल्प लें. मोक्षदा एकादशी के दिन मौन व्रत के दौरान मन ही मन भगवान विष्णु के मंत्र "ओ्म नमो भगवते वासुदेवाय" इस मंत्र का स्मरण करते रहें.
शास्त्रों के अनुसार, द्वापर युग में मोक्षदा एकादशी के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था. मोक्षदा एकादशी के दिन मौन रहना तप के बराबर पुण्य देता है. इस दिन मौन व्रत रखने से वाणी और क्रोध पर नियंत्रण रहता है.
मोक्षदा एकादशी का व्रत मार्गशीर्ष यानी अगहन मास की 11वीं तिथि को रखा जाता है. इस साल मोक्षदा एकादशी का व्रत 11 दिसंबर को रखा जाएगा. अगहन (मार्गशीर्ष) महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मौनी एकादशी भी कहा जाता है.