कछुए जितनी धीमी है भारत की सबसे स्लो ट्रेन, बैठे-बैठे आप भी कहेंगे- इससे अच्छा तो बस पकड़ लेते
Slowest Train of India: भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक है. इसमें 126,366 किलोमीटर का ट्रैक लेंथ के अलावा 7,335 स्टेशन हैं. साल 2023-24 में 5100 किलोमीटर तक पटरियां बिछाई गई थीं. हर दिन भारतीय रेलवे 13,523 पैसेंजर ट्रेन और 9,146 मालगाड़ियां चलाता है. भारतीय रेलवे में अब ऐसी कई ट्रेनें शामिल हो चुकी हैं, जो हवा से बातें करती हैं. लेकिन क्या आप इंडियन रेलवे की उस ट्रेन के बारे में जानते हैं, जो इतनी धीमी है कि आपके लिए समय काटना मुश्किल हो जाएगा. चलिए आपको भारत की सबसे धीमी ट्रेन के बारे में बताते हैं.
इस ट्रेन का नाम है नीलगिरि एक्सप्रेस और यह 5 घंटे में 46 किलोमीटर का सफर तय करती है. इसकी औसत रफ्तार महज 9 किलोमीटर रहती है. 326 मीटर से 2,203 मीटर की ऊंचाई तक फैली यह रेलवे लाइन उस समय की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी को दिखाती है.
नीलगिरि पैसेंजर मेट्टुपालयम रेलवे स्टेशन से शुरू होती है और ऊटी स्टेशन (56136/56137) पर खत्म होती है. यह भारत की सबसे तेज रफ्तार वाली ट्रेन की तुलना में 16 गुना धीमी है.
भारत की यह सबसे धीमी रेलगाड़ी केलर, कुन्नूर, वेलिंगटन, लवडेल और ऊटाकामुंड स्टेशनों से होकर गुजरती है. यूनेस्को की वेबसाइट के अनुसार, नीलगिरि माउंटेन रेलवे का निर्माण पहली बार 1854 में प्रस्तावित किया गया था, लेकिन पहाड़ी जगह की मुश्किलों के कारण काम 1891 में शुरू हुआ और 1908 में पूरा हुआ.
मेट्टुपालयम ऊटी नीलगिरि पैसेंजर ट्रेन के डिब्बे लकड़ी से बने हैं और नीले और क्रीम रंग के हैं. इसमें बड़ी खिड़कियां हैं, जिनमें से नीलगिरि पहाड़ियों की प्राकृतिक सुंदरता देख आप खो जाएंगे.
ट्रेन में फर्स्ट क्लास और जनरल कैटेगरी वाले डिब्बे हैं. यह ट्रेन मेट्टुपलायम स्टेशन से सुबह 7:10 बजे रवाना होती है और दोपहर 12 बजे ऊटी पहुंचती है. ट्रेन ऊटी से दोपहर 2 बजे चलती है और शाम 5:30 बजे मेट्टुपलायम स्टेशन पर वापस आती है.