PM Modi Qatar Visit: दिल, दोस्ती, डिप्लोमैसी...UAE के बाद कतर को कैसे साध आए PM मोदी
PM Modi Qatar Visit: पीएम मोदी ने गुरुवार को कतर के अमीर से मुलाकात की. दोहा में दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई. 8 भारतीयों की रिहाई के बाद प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने कतर के अमीर शेख तमीम से पहली बार मुलाकात की है. कतर के अमीर शेख तमीम से मुलाकात के पहले दोहा में पीएम मोदी ने कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी के साथ द्विपक्षीय बैठक की. इस बैठक को लेकर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि कतर के पीएम अल थानी से शानदार मुलाकात हुई. हमारी चर्चा भारत-क़तर की मित्रता को बढ़ावा देने के तरीकों पर थी. यानी पीएम मोदी ने इस दौरे से दोस्ती, डिप्लोमैसी और व्यापार तीनों को साधने की कोशिश की.
विदेश मंत्रालय के मुताबिक पीएम मोदी ने भारत-कतर साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए कतर के पीएम से सार्थक बैठक की. दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, ऊर्जा, वित्त क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने पर बात की. द्विपक्षीय मुद्दों के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अबू धाबी में स्वामी नारायण मंदिर का उद्घाटन करने के बाद बुधवार की शाम कतर पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया. कतर के विदेश मंत्री सुल्तान बिन साद अल-मुरैखी पीएम मोदी को रिसीव करने खुद एयरपोर्ट पहुंचे. अल-मुरैखी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया और उनकी अगवानी करते नज़र आए.
कतर की राजधानी दोहा में बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय भी नजर आए, जिन्होंने ढोल नगाड़ों और पारंपरिक तरीके से पीएम मोदी का इस्तकबाल किया. इस दौरान लोग पीएम से हाथ मिलाने के लिए बेताब नजर आए. वहीं पीएम मोदी भी प्रवासी भारतीयों से मिलते और उनका अभिवादन स्वीकार करते दिखे.
कतर में करीब 8 लाख भारतीय रहते हैं जो वहां के विकास में अहम रोल अदा कर रहे हैं. 6 हजार भारतीय कंपनियां कतर में काम कर रही हैं. तो शायद यही वजह है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कतर के अमीर यानी शासक, शेख तमीम बिन हमाद अल थानी से मिलने पहुंचे तो उनका सेरेमोनियल वेलकम हुआ.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये दूसरी कतर यात्रा है. इसके पहले वो 2016 में दोहा पहुंचे थे। दोनों देशों के बीच इस वक्त करीब 20 अरब डॉलर का कारोबार होता है. कतर ने हाल ही में भारत के 8 पूर्व नौसैनिकों को जेल से रिहा किया है जिन्हें सजा-ए-मौत सुनाई गई थी. बाद में ये सजा कैद में तब्दील कर दी गई थी. जबकि, कतर में भारत के पूर्व सैनिकों के मामले पर प्रधानमंत्री खुद भी नजर रख रहे थे.
भारत कतर के लिए चौथा सबसे बड़ा निर्यातक देश है. भारत कतर से नैचुरल गैस, इथेनॉल, LPG, उर्वरक, रसायन और पेट्रोकेमिकल्स, प्लास्टिक और एल्युमीनियम खरीदता है. वित्त वर्ष 2021-22 में भारत और कतर के बीच 15.3 अरब डॉलर का कारोबार हुआ. साल-दर साल इसमें 63 फीसदी की बढ़ोतरी हुई
वित वर्ष 2021-22 में भारत से कतर से 5.9 अरब डॉलर का नेचुरल गैस खरीदा. नेचुरल गैस के लिए भारत की निर्भरता कतर पर है. वहीं कतर को भारत से होने वाले प्रमुख निर्यात में अनाज, गेहूं, तांबा, लोहा और इस्पात, सब्जियाँ, प्लास्टिक उत्पाद, निर्माण सामग्री, कपड़े गारमेंट्स आदि शामिल हैं. भारत के गेहूं पर कतर की निर्भरता है.