नजरें झुकीं, आंखें नम, हाथ जोड़कर शहीदों के स्मारक को निहारते रहे PM मोदी, ये 8 तस्वीरें बहुत कुछ कहती हैं
Kargil Vijay Diwas 2024: भारत आज 25वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है. आज ही के दिन हमारे भारतीय रणबांकुरों ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की सेना को धूल चटाई थी. शौर्य और वीरता की कहानी लिए कारगिल में आज पीएम नरेंद्र मोदी पहुंचे हैं, कारगिल की लड़ाई में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी है. इसके बाद उन्होंने देश को संबोधित किया, आइए देखें तस्वीरें और जानें पीएम मोदी ने क्या कहा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कारगिल वॉक मेमोरियल जाकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी और उसके बाद सेना के साथ सलामी भी दी. देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि मेरा सौभाग्य है कि कारगिल युद्ध के समय मैं एक सामान्य देशवासी के रूप में अपने सैनिकों के बीच था. आज जब मैं फिर कारगिल की धरती पर हूं, तो स्वाभाविक है कि वो स्मृतियां मेरे मन में ताजा हो गई हैं.
मुझे याद है कि किस तरह हमारी सेनाओं ने इतनी ऊंचाई पर, इतने कठिन युद्ध ऑपरेशन को अंजाम दिया था. मैं देश को विजय दिलाने वाले ऐसे सभी शूरवीरों को आदरपूर्वक प्रणाम करता हूं. मैं उन शहीदों को नमन करता हूं, जिन्होंने कारगिल में मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि दिन, महीनें, वर्ष, सदियां गुजर जाती हैं. लेकिन राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वालों के नाम अमिट रहते हैं. ये देश हमारी सेना के पराक्रमी महानायकों का सदा-सर्वदा ऋणी है. ये देश उनके प्रति कृतज्ञ है.
कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था, हमने 'सत्य, संयम और सामर्थ्य' का अद्भुत परिचय दिया था. आप जानते हैं, भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था, बदले में पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया.लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई.
पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए, उसे मुंह की खानी पड़ी है. लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है. वो आतंकवाद के सहारे, प्रॉक्सी वॉर के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है. लेकिन आज मैं उस जगह से बोल रहा हूं, जहां आतंक के आकाओं को सीधे सुनाई पड़ रही है. मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे.
आतंकवाद को हमारे जांबाज पूरी ताकत से कुचलेंगे. दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. लद्दाख हो या फिर जम्मू-कश्मीर, विकास के सामने आ रही हर चुनौती को भारत परास्त करके ही रहेगा.
कुछ ही दिन बाद 5 अगस्त को आर्टिकल 370 का अंत हुए 5 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर आज नए भविष्य की बात कर रहा है, बड़े सपनों की बात कर रहा है. जम्मू-कश्मीर की पहचान G-20 जैसी global summit की अहम बैठक करने के लिए हो रही है. Infrastructure development के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में tourism sector भी तेजी से grow कर रहा है.
आज लद्दाख में भी विकास की नई धारा बनी है. शिनखुन ला टनल के निर्माण का काम आज शुरू हुआ है. इसके जरिए लद्दाख पूरे साल, हर मौसम में देश से connected रहेगा. ये टनल लद्दाख के विकास और बेहतर भविष्य के लिए नई संभावनाओं का नया रास्ता खोलेगी.
जो लोग देश के युवाओं को गुमराह कर रहे हैं. उनका इतिहास साक्षी है कि उन्हें सैनिकों की कोई परवाह नहीं है. ये वही लोग हैं, जिन्होंने 500 करोड़ की मामूली रकम दिखाकर OROP पर झूठ बोला. ये हमारी सरकार है, पूर्व सैनिकों को 1.25 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा दिए गए. संबोधन के बाद पीएम मोदी शिंकुन ला टन का भी शिलान्यास करने वाले हैं.