एलन मस्क, डोनाल्ड ट्रंप और राज ठाकरे.... चौंक गए ना! MNS चीफ के चार्टेड प्लेन में हैं ही कुछ ऐसी खूबियां
Raj Thackeray Meets Amit Shah: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मिले थे. इसके बाद सियासी गलियारों में इस बात को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में एनडीए के झंडे के तहत आ सकती है. लेकिन जितनी चर्चा राज ठाकरे के अमित शाह से मुलाकात की नहीं है, उससे ज्यादा उस चार्टर्ड प्लेन की है, जिसमें बैठकर वह दिल्ली आए.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इस जेट में तमाम लग्जरी सुविधाएं हैं, जिनकी आप कल्पना कर सकते हैं. यह कस्टमाइज्ड केबिन, आधुनिक गैलरी, वायरलेस इंटरनेट, एडजस्टेबल रिक्लाइंग सीट और थ्री सीट दीवान बेड से लैस है. लेकिन इन सबके अलावा इस प्लेन की सबसे खास बात है कि यह फ्लाइटरडार24, फ्लाइअवेयर, एयरनव, रडारबॉक्स जैसे ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म भी ट्रैक कर पाने में नाकाम रहे हैं.
(सारी तस्वीरें प्रतीकात्मक हैं)
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म पर ऐसे चार्टर्ड प्लेन का रडार से बचना अब पूरी दुनिया में नया ट्रेंड बनता जा रहा है. चाहे टेस्ला के सीईओ एलन मस्क हो या फिर यूएस के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, दुनिया के कई नामी कारोबारी और नेता ऐसे चार्टर्ड प्लेन्स का इस्तेमाल करते हैं. दरअसल, ये लोग उड़ान के दौरान अपने मूवमेंट के बारे में किसी को जानकारी देना नहीं चाहते.
राज ठाकरे के केस में उनका जो विमान था, वह अहमदाबाद के एक कमर्शियल चार्टर ऑपरेटर के पास रजिस्टर है. माना जा रहा है कि भारत में चार्टर फ्लाइट ऑपरेशन प्राइवेसी बढ़ाने के लिए अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) के किसी प्रोग्राम का फायदा उठा रहे हैं. FAA की लिमिटिंग एयरक्राफ्ट डेटा डिस्प्लेड (LADD) पहल का अब चार्टर्ड फ्लाइट पूरा फायदा उठाते हुए यूएस में सेलिब्रिटीज को प्राइवेसी मुहैया करा रहे हैं. वही अब भारत में भी हो रहा है.
LADD प्रोग्राम के तहत एयरक्राफ्ट रजिस्ट्रेशन नंबर्स फ्लाइटरडार 24 जैसे सार्वजनिक मंचों पर नजर नहीं आते हैं, सिवाय उन मामलों में जहां निजी विमान मालिक या ऑपरेटर की सहमति से किसी सरकारी एजेंसी डेटा मांगती है.
एफएए डेटा पर निर्भर ट्रैकिंग प्लेटफ़ॉर्म को एलएडीडी प्रोग्राम के तहत कवर की गई उड़ानों के लिए ट्रैकिंग की जानकारी बंद करना जरूरी है, चाहे उनकी जगह कुछ भी हो. लेकिन अन्य ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म्स जैसे ADSB एक्सचेंज ऐसी फ्लाइट्स को ट्रैक कर लेते हैं.