बेटी राहा के आने से बदल गई रणबीर कपूर की जिंदगी, मरने से लगने लगा डर; छोड़ दी ये `गंदी आदत`
Ranbir Kapoor Chage life after Raha Birth: बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर ने पिता बनने के बारे में बात की और उस पल को याद किया जब उन्होंने अपनी बेटी राहा को उसके जन्म के बाद पहली बार गोद में लिया था. इसके साथ ही रणबीर कपूर ने कहा कि बेटी राहा के जन्म के बाद से वह मरने से डरने लगे हैं.
राहा के आने के बाद कैसे बदल गई रणबीर कपूर की जिंदगी
रणबीर कपूर अक्सर अपनी बेटी राहा के साथ अपने बॉन्ड के बारे में अक्सर बात करते हैं. हाल ही में रणबीर कपूर ने अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में बेटी राहा के जन्म के बाद पहली बार उसे गोद में लेने के पल को अपनी जिदंगी का अनमोल क्षण बताया. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे राहा ने उन्हें एक व्यक्ति के रूप में बदल दिया है और उन्हें स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक बनाया है.
मुझे ऐसा लगता है जैसे मैं अभी पैदा हुआ हूं
निखिल कामत के साथ पॉडकास्टर में रणबीर कपूर ने बताया, ''अब जब मैं एक पिता हूं और मेरी एक बेटी है, तो यह गेम-चेंजर है. यह बिल्कुल अलग है, क्योंकि मुझे ऐसा लगता है जैसे मैं अभी पैदा हुआ हूं. मेरा पुनर्जन्म हुआ. मुझे लगता है कि मैंने अपने जीवन के जो 40 साल जिये हैं, वे एक और जीवन थे. मैं नई भावनाएं, नए विचार महसूस कर रहा हूं... मुझे मौत से कभी डर नहीं लगा.''
रणबीर कपूर को अब मरने से लगने लगा है डर
रणबीर कपूर ने आगे कहा, ''मैं हमेशा सोचता था कि मैं 71 साल की उम्र में मर जाऊंगा, क्योंकि मुझे 8 नंबर का जुनून था. मुझे नहीं पता कि मैंने ऐसा क्यों कहा था? लेकिन अब मैं ऐसा हूं कि यह बहुत जल्दी है. अब और 30 साल जीना है. तो राहा की वजह से यह सब बदल गया है.''
17 साल की उम्र में सिगरेट पीने लगे थे रणबीर कपूर
इसी बातचीत में रणबीर कपूर ने खुलासा किया कि उन्होंने 17 साल की उम्र में सिगरेट पीना शुरू कर दिया था. हालांकि, उन्होंने अपनी बेटी राहा के स्वस्थ रहने के लिए उसके जन्म के बाद इसे छोड़ने का फैसला किया.
बेटी राहा के लिए छोड़ दिया सिगरेट पीना
रणबीर कपूर ने कहा, ''मैंने 17 साल की उम्र से सिगरेट पीना शुरू कर दिया था, जो एक बहुत ही बुरी आदत बन चुकी थी. लेकिन पिछले साल आखिरकार मैंने इसे छोड़ दिया. जब मैं पिता बना तो मैं बहुत अस्वस्थ महसूस करने लगा.''
जब राहा को पहली बार गोद में लिया तो...
रणबीर कपूर ने यह भी कहा कि वह उस पल को शब्दों में बयां नहीं कर सकते, जब उन्होंने अपनी बेटी राहा को पहली बार अपनी बाहों में लिया था. उन्होंने याद करते हुए कहा, "यह ऐसा है जैसे किसी ने मेरा दिल ले लिया है और मेरे हाथों में दे दिया है."