फ्रॉड का शिकार होने पर करना होगा ये काम, साइबर अपराधियों पर टूट पड़ेगी सरकार
Sanchar Sathi portal: देश में बढ़ते साबर फ्रॉड के मामलों पर नकेल कसने के लिए सरकार एक्शन मोड में हैं. साइबर फ्रॉड पर रोक लगाने और नागरिकों को डिजिटल खतरों से बचाने के लिए सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. आइये आपको बताते हैं मोबाइल यूजर्स को साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाया है...
देश में बढ़ते साबर फ्रॉड के मामलों पर नकेल कसने के लिए सरकार एक्शन मोड में हैं. साइबर फ्रॉड पर रोक लगाने और नागरिकों को डिजिटल खतरों से बचाने के लिए सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. आइये आपको बताते हैं मोबाइल यूजर्स को साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाया है...
सरकार ने अब तक 1 करोड़ 70 लाख मोबाइल कनेक्शन बंद कर दिए गए हैं. साथ ही इन मोबाइल कनेक्शन से जुड़े 1 लाख 86 हजार मोबाइल हैंडसेट्स को भी ब्लॉक कर दिया है. जांच में पाया गया कि इन सिम और मोबाइल हैंडसेट्स का दुरुपयोग साइबर अपराधों के लिए किया जा रहा था.
सरकार ने फर्जी मोबाइल कनेक्शन की पहचान के लिए संचार साथी पोर्टल लॉन्च किया है. स्पैम मेसेज, कॉल या फिशिंग पर रोक लगाने के लिए चक्षु प्लैटफ़ॉर्म लॉन्च किया गया है. वहीं बैंकों, सोशल मीडिया के साइबर क्राइम के लिए अलग से प्लैटफ़ॉर्म है. डिजिटल इंटेलिजेंस प्लैटफ़ॉर्म से बैंकों, सोशल मीडिया और अन्य प्लैटफ़ॉर्म से हो रहे साइबर क्राइम पर नजर रखी जा रही है.
इन तीनों प्लैटफ़ॉर्म्स पर कोई भी व्यक्ति अपने साथ हुई साइबर ठगी की शिकायत कर सकता है. शिकायत दर्ज करवाने के लिए आपको संचारसाथी डॉट जीओवी डॉट इन वेबसाइट खोलनी होगी.
इस बेवसाइट पर आपको सिटिजन सेंट्रिक सर्विसेज़ पर क्लिक करना होगा और अपनी शिकायत दर्ज करवानी होगी. आपको बताना होगा कि आपसे कैसे संपर्क किया गया? एसएमएस के जरिए, कॉल के जरिए या वॉट्सऐप के जरिए शिकायत के सबूत के तौर पर आपको अपने मोबाइल का स्क्रीन शॉट अटैच करना होगा.
साथ ही धमकी देने या ठगने वाले व्यक्ति का मोबाइल नंबर दर्ज करवाना होगा. इसके बाद उस नंबर की मदद से पुलिस और दूसरी एजेंसियां ठगी में शामिल व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगी.