ना ही एंट्री और ना ही एग्जिट गेट, फिर क्यों बनाया गया यह अनोखा रेलवे स्टेशन?
दुनियाभर में रेलवे सफर का एक महत्वपूर्ण साधन है. रेलवे में चढ़ने और उतरने के लिए एक जगह निर्धारित होती है इसे रेलवे स्टेशन कहते हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे रेलवे स्टेशन के बारे में बताएंगे जिसमें ना ही एंट्री गेट है और ना ही एग्जिट.
जापान में एक रेलवे स्टेशन है. जिसका नाम है- शिरयू-मिहार्शी स्टेशन (Seiryu-Miharashi station). अन्य रेलवे स्टेशन की तरह इस स्टेशन में एंट्री गेट और एग्जिट नहीं है. इस रेलवे स्टेशन पर केवल एक ही प्लेटफॉर्म है.
साल 2019 में इस रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया था. नदी और जंगल के बीचों-बीच बने इस रेलवे स्टेशन पर एक भी टिकट काउंटर नहीं है. अब सवाल यह भी उठता है कि जब एंट्री और एग्जिट गेट है ही नहीं तो फिर इस रेलवे स्टेशन को क्यों बनाया गया था?
दक्षिणी जापान में मौजूद इस रेलवे स्टेशन को बनाने का मकसद यहां से यात्रियों को ट्रेन में चढ़ना या उतरना नहीं, बल्कि यह स्टेशन इसलिए बनाया गया है ताकि यात्री प्राकृतिक सुंदरता को नजदीक से देख सकें.
इस स्टेशन पर जब ट्रेन रुकती है तो यात्री कुछ देर के लिए प्लेटफॉर्म पर उतरकर प्राकृतिक दृश्य का अनुभव लेकर फिर ट्रेन में बैठ जाते हैं. स्टेशन के आस-पास मौजूद पतझड़ के पत्ते, प्रवासी पक्षी और बर्फीले दृश्य इसे और मनोरम बनाते हैं.
इस स्टेशन का इस्तेमाल केवल खास आयोजनों के लिए किया जाता है. आमतौर पर यहां ट्रेने नहीं रुकती हैं. वहीं, जो ट्रेने रुकती हैं वो आमतौर पर 15 मिनट के लिए रुकती हैं.