जाते-जाते एक और रत्न दे गए रतन टाटा...देश में पहली बार प्राइवेट कंपनी बनाएगी मिलिट्री एयरक्राफ्ट
रतन टाटा ने देश को नमक से लेकर हवाई जहाज तक दिया है. ये बात आज एक बार फिर से सही साबित हुई. आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के वडोदरा में स्पेनिश पीएम पेड्रो सांचेज के साथ टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड परिसर में टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया.
टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स में एयरक्राफ्ट के प्रोडक्शन से लेकर असेंबलिंग, टेस्टिंग और डिलीवरी से लेकर एयरफ्राफ्ट की मेंटेनेंस तक बनेंगे. यानी एयरक्राफ्ट का पूरा इकोसिस्टम तैयार किया गया है. साल 2021 में भारत और स्पेन के बीच 56 C-295 एयरक्राफ्ट के लिए 21 हजार 935 करोड़ रुपये की टाटा-एयरबस प्रोजेक्ट के तहत डील हुई थी. इस समझौते के तहत पहले 16 विमान स्पेन से आएंगे, इसमें से 6 विमान आ भी चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के वडोदरा में स्पेनिश पीएम पेड्रो सांचेज के साथ टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड परिसर में टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया. बाकी के 40, C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट वडोदरा के टाटा एयरफ्राफ्ट कॉम्प्लेक्स में ही तैयार होंगे. देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब फाइनल असेंबली लाइन यानी FAL के जरिए आर्मी के लिए विमान बनाए जाएंगे.
टाटा ने पिछले साल नवंबर में ही 40 C-295 विमानों के लिए मेटल कटिंग का काम शुरू किया था. टाटा की हैदराबाद फैसिलिटी एयरक्राफ्ट के प्रमुख हिस्सों को फैब्रिकेट करेगी. इसके बाद उसे वडोदरा भेजा जाएगा....जहां इंडियन आर्मी के लिए C-295 विमान तैयार होंगे. C-295 प्रोजेक्ट ऐतिहासिक है क्योंकि ये पहली बार है जब कोई निजी कंपनी भारत में मिलिट्री एयरक्राफ्ट बनाएगी.
वडोदरा में टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स के उद्धाटन के साथ इसी साल से C-295 विमान बनाने का काम शुरू हो जाएगा. पहला एयरक्राफ्ट 2026 तक डिलीवर होने की उम्मीद है. अगस्त 2031 तक भारत में बनने वाले सभी 40 एयरक्राफ्ट की डिलीवरी पूरी होने की उम्मीद है.
टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का उद्धाटन करते हुए आज पीएम मोदी ने फिर से रतन टाटा को याद किया...कहा कि रतन टाटा अगर आज हमारे बीच रहते तो और खुशी होती. टाटा ने हिंदुस्तान को स्वतंत्र भारत की पहली एयरलाइंस दी थी. और अब पहली बार देश में टाटा ग्रुप मिलिट्री प्लेन बनाएगा. टाटा और एयरबस की इस जुगलबंदी से डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग में भारत को पूरे विश्व में एक नई पहचान मिलेगी.
C-295 एक मीडियम साइज का सैन्य विमान है. इस विमान को दो पायलट उड़ाते हैं. इसमें 73 सैनिक या 48 पैराट्रूपर्स बैठ सकते हैं. इसकी अधिकतम स्पीड 482 किलोमीटर प्रतिघंटा है और ये 9,250 किलोग्राम वजन उठा सकता है. इस एयरफ्राफ्ट की लंबाई 80.3 फीट और विंगस्पैन 84.8 फीट है. यह एयरफ्राफ्ट 13,533 फीट की ऊंचाई तक आसानी से उड़ान भर सकता है.