अमिताभ बच्चन की लाइफ के वो 15 मिनट, जिसने बदल दी थी डायरेक्टर की किस्मत
Amitabh Bachchan 15 Minutes Decision: अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) इस वक्त टेलीविजन पर रोजाना `कौन बनेगा करोड़पति` के जरिए लोगों से घर बैठे मुलाकात करते हैं. उन्हें स्क्रीन पर देखकर करोड़ों लोगों का चेहरा खिल उठता है. लेकिन आज हम आपको बिग बी की लाइफ का वो 15 मिनट वाला फैसला बताते हैं जिसने बॉक्स ऑफिस की किस्मत पलट कर रख दी थी. इतना ही नहीं उनके इस फैसले ने ना केवल मेकर्स पर पैसों की बारिश हो गई थी, बल्कि उनकी पॉपुलैरिटी और भी ज्यादा बढ़ गई थी. चलिए आपको 15 मिनट वाला ये किस्सा बताते हैं.
क्या है ये किस्सा?
ये किस्सा साल 2002 का है. जब बॉक्स ऑफिस पर चार सितारों की धमाकेदार फिल्म रिलीज हुई थी. इस फिल्म में तीन सितारों को ब्लाइंड दिखाया गया है और एक हसीना भी इनके साथ दिखाई गई है. तो क्या आप पहचान पाए कि हम किस फिल्म की बात कर रहे हैं. अगर आप अभी तक नहीं गेस कर पाए, तो हम बता देते हैं. ये फिल्म 'आंखे' हैं.
क्या है ये 15 मिनट?
इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के अलावा सुष्मिता सेन, अक्षय कुमार, अर्जुन रामपाल और परेश रावल थे. बिग बी निगेटिव रोल में थे और वो फिल्म में विलेन बनकर ऐसे छाए कि उनकी इस फिल्म की चर्चा आज भी होती है. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इस फिल्म से 15 मिनट का क्या फैसला जुड़ा हुआ है, तो चलिए आपको आगे की स्लाइड में बताते हैं.
डायरेक्टर ने खोला राज
इस फिल्म का डायरेक्शन विपुल अमृतलाल शाह ने किया है. हाल ही में निर्देशक ने अमिताभ बच्चन के 15 मिनट के फैसला का खुलासा किया. विपुल अमृतलाल शाह ने कहा- 'मैं अमिताभ सर की वैन के बाहर उनका इंतजार कर रहा था.'
सुनते ही मैं शॉक्ड हो गया था
आगे कहा- 'सोच रहा था कि मैं उन्हें अपना इंट्रोडक्शन दूंगा. लेकिन वो बाहर आए और पूछा कि विपुल तुम यहां क्या कर रहो हो? ये सुनते ही मैं शॉक्ड हो गया था क्योंकि उन्होंने मुझे एक साल बाद भी याद रखा.'
उन 15 मिनट ने बदल दी किस्मत
डायरेक्टर ने कहा कि 'पहले तो मेरी फिल्म की कहानी सुनने के लिए 45 मिनट दिए. लेकिन बाद में 15 मिनट का वक्त दिया. मैंने फटाफट कहानी सुनाई और मैं डरा हुआ भी था क्यों वो नाराज ना हो जाएं क्योंकि मैंने उन्हें विलेन का रोल दिया था. ठीक 15 मिनट बाद स्क्रिप्ट को सुनने के बाद बोले- मैं तुम्हारी फिल्म करूंगा. जैसे ही उन्होंने ये कहा तो मुझे बिल्कुल भी यकीन नहीं हुआ.'