बचपन में हुईं पिता के शोषण का शिकार, 53 साल की इस एक्ट्रेस ने झेला बहुत कुछ; सालों बाद बयां किया दर्द; बताया अब तक क्यों थीं चुप?
Actress Reacts On Hema Committee Report: 2017-18 में मीटू मूवमेंट के बाद कई देश-विदेश की फीमेल कलाकारों ने इंडस्ट्री में हो रहे यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठाई थी. जिसकी लहर काफी तेजी से चली थी. इस दौरान बॉलीवुड की भी कई एक्ट्रेसेस सामने आई थी, जिन्होंने अपने साथ हुए शोषण के बारे में खुलकर बात की. वहीं, अब हेमा कमेटी की रिपोर्ट के बाद फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मच गई है. मेल एक्टर, डायरेक्टर्स और इंफ्लुएंशियल लोगों पर कास्टिंग काउच और यौन शोषण के आरोप लग रहे हैं. मीटू मूवमेंट के दौरान भी कई फीमेल कलाकारों ने चौंकाने वाले खुलासे किए थे. अब हेमा कमेटी की रिपोर्ट के बाद साउथ सिनेमा पर सवाल उठ रहे हैं. इसी बीच इंडस्ट्री की एक जानी-मानी एक्ट्रेस ने भी बचपन में अपने साथ हुए शोषण के बारे में खुलकर बात की. बताया कैसे उनके पिता उनके साथ शोषण करते थे.
जस्टिस हेमा कमेटी रिपोर्ट
फिल्म इंडस्ट्री पर अक्सर आरोप लगते रहे हैं कि वहां महिलाओं से काम देने के बदले कई बार अनैतिक मांग की जाती है. उनको शारीरिक और मानसिक तौर पर टॉर्चर्ड किया जाता है. इस समस्या को हल करने के लिए मलयालम फिल्म इंडस्ट्री ने 'हेमा कमेटी रिपोर्ट' बनाई. इसका काम मलयालम इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न की शिकायतों की जांच करना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपाय सुझाना. इसी बीच साइथ फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी एक्ट्रेस ने भी इस रिपोर्ट पर आपना रिएक्शन दिया है.
एक्ट्रेस खुशबू सुंदर का आया रिएक्शन
एक्ट्रेस से पॉलिटिशियन बनीं 53 साल की एक्ट्रेस खुशबू सुंदर ने हाल ही में जस्टिस हेमा कमेटी रिपोर्ट को लेकर और आए दिन शोषण को लेकर हो रहे खुसालों को लेकर अपने एक्स (ट्विटर) हैंडल एक लंबा चौड़ा ट्वीट किया है. इस ट्वीट में उन्होंने अपने बचपन की एक दर्दनाक घटना का जिक्र किया, जिसमें उनके पिता ने उनके साथ शोषण किया था. खुशबू सुंदर ने उन महिलाओं को समर्थन दिया है जिन्होंने उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई है और इस मुद्दे पर अपनी बेटियों से भी बात की है. ट्वीट में उन्होंने इन अनुभवों और विचारों को साझा किया है.
इसका खामियाजा महिलाएं ही भुगत रही हैं...
उन्होंने लिखा, ‘हमारी इंडस्ट्री में #MeToo मोमेंट्स ने हमें हिला कर रख दिया है. उन महिलाओं को सलाम जो अपनी बातों पर अडिग रहीं और सफल हुईं. अब्यूज को रोकने के लिए हेमा कमेटी की रिपोर्ट की सख्त जरूरत है, लेकिन क्या ये ऐसा कर पाएगी? अब्यूज, सेक्शुअल फेवर मांगना और महिलाओं से ये उम्मीद करना कि अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए वे समझौता करेंगी, हर क्षेत्र में मौजूद है. एक महिला से अकेले ही ऐसा सहन करने की उम्मीद क्यों की जाती है? हालांकि पुरुषों को भी इसका सामना करना पड़ता है, लेकिन इसका खामियाजा महिलाएं ही भुगत रही हैं’.
अपने बेटियों से इस मुद्दे पर खुलकर की बात
खुशबू सुंदर ने अपने ट्वीट में बताया कि उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी 24 और 21 साल की बेटियों से लंबी बात की. उन्हें अपनी बेटियों की पीड़ितों के लिए समझ और सहानुभूति देखकर हैरानी हुई. उन्होंने अपने बेटियों का पूरा समर्थन किया और कहा कि आप चाहे आज बोलें या कल, बस बोलना जरूरी है. तुरंत बोलने से हील होने और सही जांच में मदद मिलेगी. उन्होंने लिखा, 'र्मिंदगी का डर, पीड़ित को दोष देना और सवाल पूछना कि आपने ऐसा क्यों किया या आपको ऐसा करने पर मजबूर क्यों होना पड़ा, ये सब चीजें उन्हें और भी ज्यादा तोड़ देती हैं. भले ही पीड़िता हमारे लिए अनजान हो'.
ये क्रूरता हमे कमजोर बना देती है...
एक्ट्रेस ने आगे लिखा, 'लेकिन उसे हमारी मदद, हमारी बात सुनने और इमोशनल सपोर्ट की बहुत जरूरत है. जब हम पूछते हैं कि उसने पहले क्यों नहीं बताया, तो हमें उसके हालात को समझना चाहिए, क्योंकि हर किसी को अपनी आवाज उठाने का मौका नहीं मिलता'. उन्होंने आगे लिखा, 'एक महिला और मां के तौर पर हिंसा को देखना बहुत गहरा दर्द देता है, जो सिर्फ शरीर में नहीं, बल्कि आत्मा में भी होता है. ये क्रूरता हमारे विश्वास, प्यार और ताकत को कमजोर कर देती है. हर मां चाहती है अपने बच्चों को सुरक्षित रखे और जब ये पवित्रता टूट जाती है, तो इसका असर सब पर पड़ता है'.
मेरे साथ जो हुआ, वो मेरे करियर के लिए नहीं था..
उन्होंने अपने पिता के दुर्व्यवहार का जिक्र करते हुए बताया, 'कुछ लोग मुझसे पूछते हैं कि मैंने अपने पिता के दुर्व्यवहार के बारे में बात करने में इतना समय क्यों लगाया? मुझे लगता है कि मुझे पहले बोलना चाहिए था, लेकिन जो मेरे साथ हुआ, वो मेरे करियर के लिए समझौता नहीं था. मुझे उस इंसान के हाथों दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा, जो मुझे गिरने पर सबसे मजबूत बाहों से थामने वाला था'. साथ ही एक्ट्रेस ने सभी पुरुषों से अपील की है कि वे पीड़िता के साथ खड़े रहें और समर्थन दिखाएं. हर पुरुष की जिंदगी में महिलाएं जरूरी है, जिन्होंने उन्हें आकार दिया है. उनका समर्थन और सम्मान दिखाना महिलाओं के लिए बड़ी उम्मीद हो सकती है.
‘ना का मतलब हमेशा ‘ना नहीं होता
अपने ट्वीट को खत्म करते हुए खुशबू सुंदर ने आखिर में लिखा, 'ये सबके लिए एक चेतावनी होनी चाहिए कि शोषण यहीं खत्म हो. महिलाएं, बाहर आकर अपनी आवाज उठाओ. याद रखो, आपके पास हमेशा एक विकल्प होता है. ‘ना’ का मतलब हमेशा ‘ना’ नहीं होता. अपनी गरिमा और सम्मान पर कभी भी समझौता मत करो. मैं उन सभी महिलाओं के साथ हूं जिन्होंने इसका सामना किया है, एक मां और महिला के तौर पर'. बता दें, हेमा कमेटी रिपोर्ट के आने के बाद अब तक इंडस्ट्री की 10 से ज्यादा एक्ट्रेसेस सामने आकर कई एक्टर्स और डायरेक्टर्स पर आरोप लगा चुकी हैं.